जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 29 जून ::दिव्यांग, मूक-बधिर एवं अल्पसुविधा प्राप्त बच्चों में आत्मविश्वास जगाने की है अवश्यकता। उक्त बातें महिला इमदाद कमिटी, राजभवन, पटना के तत्वाधान में अयोजित कार्यक्रम में कमिटी के सचिव प्रो० पूनम चौधरी ने कही।ध्यातव्य है कि पटना राजभवन के दरबार हॉल में बुधवार को अयोजित महिला इमदाद कमिटी के कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र आर्लेकर ने कुछ दिव्यांग, मूक-बधिर एवं अल्पसुविधा प्राप्त बच्चों के बीच पुरस्कार वितरण किया गया। उक्त कार्यक्रम में आशा दीप के दिव्यांग बच्चों को पुरस्कार दिया गया और उनकी संस्था के लिये एक LED TV भी दी गई।कार्यक्रम में राज्यपाल ने गायघाट स्थित ‘मूक-बधिर राजकीय बालिका विद्यालय’ की बालिकाओं को Hearing Aid देते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम अयोजित कर, उन्हें सम्मानित करने से उनमें आत्मविश्वास जगता है और उसमें आत्मविश्वास जगाने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंनेबच्चों के हौसलों को आगे बढ़ाने और उन्हें निरन्तर सफलता प्राप्त करने के लिये मेहनत, लगन और ईमानदारी का मार्ग अपनाने को कहा। कार्यक्रम में कुम्हरार स्थित ‘अन्तर्ज्योति बालिका विद्यालयसी की बालिकाओं को संगीत वाद्ययंत्र, जूट के थैले एवं अन्य उपहार दिये गये।प्रो० चौधरी ने बताया कि अभी हाल में म० इ. क. द्वारा आयोजित सिलाई कटाई प्रशिक्षण कार्यशाला में, प्रशिक्षित 6 सबसे कुशल प्रशिक्षु महिलाओं को पुरस्कार के तौर पर एक-एक सिलाई मशीन दी गई है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में ‘लिटरा पब्लिक स्कूल एवं ry ‘रेनबो होम’ के बच्चे को भी पुरस्कृत कर उनका हौसला बढ़ाया गया।कार्यक्रम की शुरुआत उपाध्यक्ष ममता मल्होत्रा ने स्वागत के साथ की और अन्तर्ज्योति विद्यालय की छात्राओं ने भजन गाकर महामहिम का स्वागत किया।प्रो० पूनम चौधरी ने कमिटी के कार्यकलापों की संक्षिप्त जानकारी राज्यपाल के समक्ष दी। रेनबों स्कूल की छात्राओं ने नृत्य की प्रस्तुति दी।कार्यक्रम का समापन उपाध्यक्ष प्रो० आशा सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। मंच संचालन सचिव प्रो. पूनम चौधरी ने किया।