बिना सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलेंडर 93 रुपए और सब्सिडी वाला 4.56 रुपए महंगा हो गया है। जेट फ्यूल का रेट भी 1000 रुपए प्रति किलोलीटर से ज्यादा बढ़ गया है। ऑयल मार्केटिंग कंपनी इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक, नॉन सब्सिडाइज्ड एलपीजी सिलेंडर (14.2 किलो) के दाम दिल्ली में 93 रुपए बढ़कर 742 रुपए हो गए हैं। वहीं, सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर के दाम 4.56 रुपए बढ़कर 495.69 रुपए हो गए हैं। नई दरें 1 नवंबर से लागू हो गई हैं।
जेट फ्यूल के दाम 1098 रुपए बढ़े……
डोमेस्टिक एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) यानी जेट फ्यूल का रेट भी 1098 रुपए बढ़कर 54,143 रुपए प्रति किलोलीटर हो गया है। केंद्र सरकार के मौजूदा सिस्टम के तहत हर परिवार एक साल में 14.2 kg के 12 सब्सिडी वाले सिलेंडर पाने का हकदार है। इससे ज्यादा जरूरत होने पर एलपीजी सिलेंडर मार्केट प्राइस पर ही खरीदना होता है। देश में सब्सिडाइज्ड एलपीजी के 18.11 करोड़ कस्टमर हैं। इनमें 2.5 करोड़ गरीब महिलाएं हैं, जिन्हें बीते एक साल के दौरान प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत फ्री कनेक्शंस दिए गए थे। नॉन सब्सिडाइज्ड गैस के 2.66 करोड़ यूजर्स हैं।
सब्सिडाइज्डLPGसिलिंडर पर हर महीने बढ़ेंगे4रुपए
– सरकार ने ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) को मार्च 2018 तक सब्सिडाइज्ड कुकिंग गैस (एलपीजी) की कीमतें 4 रुपए हर महीने बढ़ाने का आदेश दिया है, जिससे सब्सिडी को पूरी तरह खत्म किया जा सके। पेट्रोलियम मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने संसद में यह जानकारी दी थी। इससे पहले तेल कंपनियों को एलपीजी की कीमतें 2 रुपए प्रति सिलेंडर बढ़ाने का आदेश था, जो 1 जुलाई 2016 से प्रभावी था।
30मई को आया4रुपए बढ़ोत्तरी का आदेश
– सरकार ने 30 मई 2017 के अपने आदेश के जरिए ओएमसी को डोमेस्टिक एलपीजी की कीमतें हर महीने 4 रुपए (वैट छोड़कर) बढ़ाने का आदेश दिया था, जो 1 जून 2007 से प्रभावी है। ऐसा सब्सिडी पूरी तरह खत्म होने या मार्च 2018 तक जो भी पहले हो, किया जाएगा।
GSTके चक्कर में32रुपए बढ़ी थी कीमत
– एक जुलाई को कीमतों में 32 रुपए प्रति सिलेंडर की बढ़ोत्तरी की गई थी, जो बीते 6 साल की सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी थी। इस बढ़ोत्तरी की वजह जीएसटी में प्रभावी हुए नए टैक्स रेट्स थे।