खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरात कौर बादल ने आज कहा कि सरकार को भारतीय खाद्य अर्थव्यवस्था को बदलने और प्रणाली में नवीनतम तकनीकों का विकास और सर्वोत्तम अभ्यास लाने के द्वारा किसान की आय को दोगुना करने का एक सपना है। नई दिल्ली में शुक्रवार को होने वाले वर्ल्ड फूड इंडिया के पर्दा रिवारर्स समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार वैश्विक और घरेलू उद्योग के खिलाड़ियों के लिए व्यापार करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम, जो विभिन्न देशों से बेहतरीन बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन करेगा, भारत में खाद्य उद्योग की चुनौतियों का सामना करने के लिए भी प्रभावी उपाय खोजने में मदद करेगा, जिसमें खाद्य अपव्यय से चरम जलवायु परिस्थितियों के कारण फसलों का अपव्यय होना शामिल है। उन्होंने कहा, सरकार पूरे देश में खाद्य सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रही है।
मंत्री ने कहा, भारत भोजन का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, दूध, फलों और सब्जियों, अनाज और समुद्री में नेता है। उन्होंने कहा, 127 कृषि जलवायु क्षेत्रों और खाद्य आयात करने वाले देशों के निकटता के साथ इसमें बहुत अधिक संभावना है। सुश्री बादल ने यह भी कहा, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में भारत की क्षमता इस घटना के दौरान महसूस की जाएगी। उन्होंने कहा, भारत इस क्षेत्र में लगभग 10 अरब डॉलर के निवेश लक्ष्य को आकर्षित करने के लिए तैयार है, जिससे अगले 3 वर्षों में 10 लाख नौकरियां पैदा हो सकेंगी।
विश्व खाद्य भारत में 40 से अधिक देशों में भाग लेंगे जर्मनी, डेनमार्क और जापान इस कार्यक्रम के लिए भागीदार देश हैं, जबकि इटली और नीदरलैंड फोकस देश हैं।