कौशलेन्द्र की रिपोर्ट /बाबा मंदिर में 200 साल से एक अनोखी परंपरा चली आ रही है।इस परंपरा के तहत बाबा मंदिर परिसर में बेल पत्र की प्रदर्शनी लगाई जाती है।हर साल सावन महीने में इस प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है। कहते हैं सावन का महीना भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय महीना होता है। और बेल पत्र महादेव को सबसे अधिक प्रिय है। यही वजह है कि कर्क संक्रांति के मौके पर 200 सालों से निभाईं जा रही है। परंपरा का निर्वहन करतें हुए सोमवार से ही बाबा मंदिर परिसर में बेल पत्र का प्रदर्शनी की शुरुआत होती है। पंडा समाज के सूरज झा कहते हैं कि समाज के बड़े बुजुर्ग इस परंपरा को निभाते आ रहे हैं। लेकिन अब इन अनोखी परंपरा को आगे बढ़ाते का जिम्मा पंडा समाज के सैकड़ों युवाओं ने अपने कंधे पर ले लिया है। पंडा समाज के युवा विभिन्न प्रदेश के जंगलों से अनोखा और आकर्षक बेल पत्र तोड़कर बाबा मंदिर के परिसर में अपनें अपने गद्दी पर चांदी की थाली में सजाकर बेल पत्र प्रदर्शनी लगाते हैं।