शैलेश तिवारी की रिपोर्ट /अखण्ड भारत दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय जनसंघ की ओर से फ्रेंड्स कॉलोनी कार्यालय में संकल्प-सभा आयोजित की गई। आरंभ में भारतमाता की पूजा की गई तथा देश की एकता – अखंडता तथा समृद्धि के लिए जीवनपर्यंत काम करने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य डॉ भारतभूषण पाण्डेय ने कहा कि 14 अगस्त 1947 को भारतमाता के टुकड़े किए गये और देश का विभाजन हुआ।उस समय महर्षि अरविन्द (घोष) ने पांडिचेरी आश्रम में कहा था कि यह विभाजन कृत्रिम है और कुछ दिनों बाद समाप्त हो जाएगा। विभाजन के समय लाखों लोगों को गाजर-मूली की तरह काटा और बेघर किया गया। विभाजन के बाद भी दमनचक्र जारी रहा और आज तक जारी है। उन्होंने कहा कि भारतवर्ष की नई पीढ़ी और वर्तमान नेतृत्व महर्षि अरविन्द की भविष्यवाणी को सत्य सिद्ध करने की दिशा में आगे बढ़ते हुए प्रतीत हो रहे हैं। जनसंघ अध्यक्ष ने कहा कि आज भी देश के अंदर देशविरोधी तत्त्व अपना खूनी खेल खेल रहे हैं और अशांति उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे हैं किंतु हमारे लोग संयम और दूरदर्शिता के साथ राजनीतिक समाधान निकाल रहे हैं। उन्होंने सिलचर के सांसद राजेश रॉय द्वारा लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए जनसंघ संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा पूरे पूर्वोत्तर,आधे बंगाल और आधे पंजाब को पाकिस्तान में जाने से बचाने की भूमिका का देश को स्मरण कराने की सराहना की। आचार्य पांडेय ने कहा कि पाकिस्तान में जिस प्रकार लोकतंत्र बार-बार विफल हो रहा है और भारत में दिन-प्रतिदिन सशक्त हो रहा है तथा श्रम एवं मेधा से संपन्न भारतीय पूरी दुनिया में अपनी विशेष छाप छोड़ रहे हैं इससे आने वाले समय में भारत की सार्वभौम सांस्कृतिक सत्ता का आभास होने लगा है। उन्होंने कहा कि जनसंघ भारतमाता की आराधना व राष्ट्र देवता की उपासना करनेवाला दल है। अखण्ड भारतमाता हमारी आराध्या और आदर्श हैं। कार्यक्रम का संचालन सत्येंद्र नारायण सिंह, स्वागत भाषण मधेश्वर नाथ पांडेय और धन्यवाद ज्ञापन विश्वनाथ दूबे ने किया। नर्मदेश्वर उपाध्याय, जनार्दन मिश्र, विनोद सिंह, मृत्युंजय चौधरी ने भारतमाता का पूजन किया।