पटना /डॉ अनिल सुलभ, अध्यक्ष बिहार हिंदी सहित सम्मेलन ने कहा सुविख्यात समाजसेवी और स्वच्छता अभियान के सूत्रधार पद्मभूषण डा विन्देश्वर पाठक के निधन से दुःखी हूँ । गत ११ अगस्त को ही एक सारस्वत आयोजन में हम साथ में मंचस्थ थे। मेरे प्रति आदरयुक्त स्नेह रखते थे। ऐसे झटके से निकल जाएँगे, सोचा न था । मुझसे वादा किया था कि अगले किसी आयोजन में साहित्य सम्मेलन आना चाहेंगे । अब यह हो न सकेगा !उनके निधन से एक महान उदार और आस्थावान सदपुरुष को हमने खो दिया है। वे पीड़ित समुदाय के महान उद्धारक के रूप में जाने जाते रहेंगे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और सद्गति प्रदान करें.सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ. बिंदेश्वर पाठक का मंगलवार 15 अगस्त को निधन हो गया. डॉ. पाठक ने दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली. उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया था.AIIMS के डॉक्टरों ने उन्हें CPR की मदद से सांस देने की भी कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली. सुलभ इंटरनेशनल एक सामाजिक सेवा संगठन पाठक ने बनाया , जो शिक्षा के माध्यम से मानव अधिकारों, पर्यावरण स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन और सुधारों को बढ़ावा देने के लिए काम करता है 80 वर्षीय बिन्देश्वर पाठक ने सुबह स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और उसके तुरंत बाद वह अचानक गिर गए, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए AIIMS लाया गया.