कौशलेन्द्र की रिपोर्ट :बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने अपने वक्तव्य में कहा कि जिस सम्राट चौधरी को राजनीति में पहचान और स्थान राष्ट्रीय जनता दल के पाठशाला में मिला हो ,जहां से उन्हे लालू प्रसाद के नेतृत्व में नाबालिग से बालिग होने का मौका दिया गया और जहां से राजनीति में स्थान मिला।उनके संबंध में उनका यह वक्तव्य से ये स्पष्ट होता है कि उनका बड़ों के प्रति क्या संस्कार और सोच है, और वह किस तरह की भाषा पहचान अपने देने वालो के संबंध में इस्तेमाल कर रहे हैं ,यह उनके बयान से स्पष्ट रूप से झलक रहा है । इस तरह की अनर्गल और अपसंस्कृति की भाषा से स्पष्ट होता है कि वह अपने पार्टी के अंदर स्वयं को स्थापित करने के लिए लालू फोबिया में ऐसा बयान दे रहे हैं। और इससे प्रमाणित हो गया कि भाजपा मे स्थापित होने के लिए लालू प्रसाद का नाम लेने से ही राजनीति में स्थान नहीं मिल सकता है।और ऐसा फार्मूला इससे पहले बडे बयानवीर सुशील मोदी ने अपनाया है ,और अब उस राह पर भाजपा के अन्य नेता चल रहे हैं।एजाज ने आगे कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को पता होना चाहिए कि श्री लालू प्रसाद जी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनता दल बिहार की सबसे बड़ी पार्टी है और आज जो भाजपा सत्ता से बेदखल है ,उसमें लालू प्रसाद जी की व्यूहरचना और महागठबंधन सरकार बनाने के प्रति श्री लालू प्रसाद जी की सोच को आकार और आधार देने का काम बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी और उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में 6 दलों के गठबंधन भाजपा के खिलाफ जो एकजुटता दिखाई है, उसका परिणाम है कि भाजपा सत्ता से बेदखल है ।साथ ही नफरत के खिलाफ मोहब्बत और रोजगारपरक राजनीति के साथ-साथ जनसरोकार और जनहित के मुद्दों पर जो महागठबंधन सरकार बनी है ,वह पूरी एकता के साथ बिहार से देश को जो संदेश दिया कि भाजपा के खिलाफ अगर सभी विपक्षी दल एक हो जाये, तो बिहार की तरह केंद्र की सत्ता से भी उन्हे बेदखल किया जा सकता है, उसका स्पष्ट परिणाम देखने को मिल रहा है और जिस तरह से बिहार के संदेश को देश के स्तर पर स्वीकार्यता मिली । वह अब INDIA गठबंधन बनाकर मोदी बनाम मुद्दों के साथ देश के लोगों को जनहित के मुद्दे पर जो गोलबंद किया जा रहा है उसका परिणाम है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तक बेचैनी मे है। और इसी बेचैनी का परिणाम है सम्राट चौधरी का इस तरह का बयान।