शैलेश तिवारी -मधुबनी/18 अगस्त 2023 शुक्र दिन शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वतीजी महाराज के गुरु धर्म सम्राट करपात्रीजी के 117म प्राकट्योत्सव मनसा देवी मंदिर प्रांगण मे आयोजित किया गया है। कार्यक्रम मे सामुहिक हनुमान चालीसा पाठ मंदिर द्वारा संचालित संस्कार पाठशाला के बच्चों द्वारा किया किया। शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के सचिव प्रोफेसर इंदिरा झा ने बताया कि पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य जी के जन्म भूमि बख्शीटोल गांव मे स्थापित नागमाता मनसा देवी मंदिर वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रही है। ट्रस्ट द्वारा यहां विभिन्न विषयों पर चर्चा कर इस स्थान को उस स्तर तक ले जाने की योजना है जिससे यह स्थान धर्म, संस्कृति, राष्ट्र रक्षा व शिक्षा का केंद्र स्थापित हो सके और यही शंकराचार्य जी का भी संकेत है। उन्होंने बताया कि धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के गुरु है। इसलिए ट्रस्ट द्वारा उनकी भी जयंती मनाई जा रही है। पिछले साल इस अवसर पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों को भव्य कार्यक्रम मे संस्था के प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया था।प्रो.झा ने बताया कि धर्म सम्राट का इस वर्ष 117वां जयंती है। संस्था द्वारा अपने सांस्कृतिक दायित्व संकल्प के तहत इस अवसर पर यज्ञोपवीत बनाने,धारण करने उसके मंत्रो का अभ्यास कराने के उद्देश्य से कार्य शाला का भी आयोजन किया गया। प्रो.झा ने कहा संस्कृति और संस्कार रक्षा का दायित्व ब्राह्मणों का है और स्वयं ब्राह्मण ही अपने संस्कार को भूलने लगे है, इसलिए मनसा देवी मंदिर मे इस तरह के संस्कार कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है और यह निरन्तर जारी रहेगा।