आज नोटबंदी को एक साल पूरा होने जा रहा है। देश में नोटबंदी के बाद से डिजिटल पेमेंट में पहले की तुलना में 80 फीसद की बढ़ोतरी देखी गई है। वहीं, वित्तीय वर्ष 2017-18 के आखिरी तक डिजिटल लेन-देन में 1800 करोड़ का इजाफा होने की उम्मीद लगाई जा रही है। यह आंकड़ा वर्ष 2015-16 में 607 करोड़ और 2016-17 में 1076 करोड़ था।
प्रोद्यौगिकी मंत्रालय के मुताबिक, इस साल अक्टूबर तक 1,000 करोड़ की लेन-देन हुई है जो वित्तीय वर्ष 2016-17 की कुल राशि के बराबर है। इसके साथ ही मंत्रालय ने यह भी बताया कि जून, जुलाई और अगस्त में 136-138 करोड़ का डिजिटल ट्रांजैक्शन हुआ था। संसद की वित्तीय स्टैंडिंग कमेटी की तरफ से शेयर की गई रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल नवंबर के अंत से अब तक UPI-BHIM, IMPS, M-wallet, डेबिट कार्ड जैसे सभी डिजिटल प्लेंटफॉर्म का इस्तेामाल करते हुए नियमित रूप से औसतन डिजिटल लेन-देन में बढ़ोतरी हुई है।
मार्च-अप्रैल में बढ़े ऑनलाइन लेन-देन:
आपको बता दें कि डिजिटल भुगतानों की संख्या में मार्च-अप्रैल 2017 में 156 करोड़ का इजाफा देखा गया है। इसके बाद 136-138 करोड़ रुपये का मासिक औसत एक स्थिर पैटर्न का संकेत देता है।
औसत प्रतिदिन लेन-देन:
यूपीआई/भीम के जरिए नवंबर 2016 में 0.1 लाख लेन-देन हुए थे जो अक्टूबर 2017 में 23.36 लाख हो गए हैं। वहीं, AEPS के जरिए नवंबर 2016 में 12.06 लाख लेन-देन हुए थे जो अक्टूबर 2017 में 29.08 लाख हो गए हैं। IMPS के जरिए नवंबर 2016 में 8.96 लाख लेन-देन हुए थे जो अक्टूबर 2017 में 32.42 लाख हो गए हैं। M-Wallet के जरिए नवंबर 2016 में 46.03 लाख लेन-देन हुए थे जो अक्टूबर 2017 में 72.72 लाख हो गए हैं।