कौशलेन्द्र पाण्डेय की रिपोर्ट /पूर्व मुख्यमंत्री स्व० दारोगा प्रसाद राय जी के जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित राजकीय समारोह में उनकी आदमकद प्रतिमा पर DCM तेजस्वी यादव और CM. Nitish kumar ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर पूर्व मंत्री चन्द्रिका राय, वित्त मंत्री विजय चौधरी, मंत्री अशोक चौधरी, मंत्री सुमित कुमार सिंह, बख्तियारपुर के विधायक अनिरुद्ध यादव, दरोगा ट्रस्ट के सचिव विपिन कुमार राय मौजूद रहे.दरोगा प्रसाद गांधीजी से प्रभावित थे. पेश से मास्टर थे. गांधीजी की हत्या के बाद सर्वोदय संघ में सक्रियता से जुड़े थे. यहां एक कार्यक्रम के दौरान बाबू जगजीवन राम की नजर दारोगा पर पड़ी. उन्होंने दारोगा को कांग्रेस संगठन से जोड़ा. 1952 में परसा सीट से टिकट दिलावाया और वह पहली बार जीत के साथ विधायक बने. दूसरे टर्म को विधायक बनने के साथ उन्हें मंत्री बनाना भी नसीब हुआ. 1970 के बाद की कांग्रेस सरकारों में उन्हें मंत्री पद मिला.गैर कांग्रेस सरकारों में जहां दरोगा प्रसाद नेता प्रतिपक्ष हुआ करते थे वहीं कांग्रेस की सत्ता में दोबारा वापसी के बाद केदार पांडेय के मुख्यमंत्री रहते वह कृषि मंत्री बने. जबकि इसके बाद अब्दुल गफूर की सरकार में वित्त मंत्री रहे. लेकिन बाद में उनका नाम ट्यूबवेल घोटाले में नाम जुड़ गया जिसने उनकी बेदाग छवि पर दाग लगाया. इस घोटाले में हुआ कुछ नहीं लेकिन उनकी लोकप्रियता को काफी नुकसान पहुंचा था. राजनीतिक करियर में तमाम उतार चढ़ाव के बाद 15 अप्रैल 1981 को उनका निधन हो गया. उनकी सीट पर हुए उप चुनाव में उनकी पत्नी पार्वती देवी को जीत मिली. बाद में उनकी राजनीतिक विरासत उनके बेटे चंद्रिका राय संभाल रहे हैं जो लालू प्रसाद यादव के समधी भी हैं.