नई दिल्ली, निखिल दुबे : G-20 शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन की शुरुआत दुनिया के दिग्गज नेताओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के साथ की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजघाट पर सुबह सभी नेताओं की अगवानी की. राजघाट पहुंचने वालों में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन सहित यूनाइटेड नेशंस के जेनरल सेक्रेटरी एंटोनियो गुटेरस, आईएमएफ चीफ क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सेन लूंग शामिल रहे.
भारत में आयोजित जी 20 सम्मेलन को दशकों तक याद रखा जाएगा. अगर नई दिल्ली घोषणापत्र देखें तो सभी सदस्य देशों ने भारत के विचारों को ना सिर्फ सराहा बल्कि जगह भी दी. शायद ही ऐसा कोई नेता रहा हो जिसने पीएम मोदी के विचारों यूं कहें कि भारत के नजरिए से अलग रहा हो. देश और चेहरे भले ही अलग अलग नजर आए लेकिन भारत की जमीन पर अलग अलग विचार मिलकर एक साझा आवाज बन गए.100 से अधिक मुद्दो पर आम सहमति बनी वो भी उस समय जब अमेरिका-चीन के बीच तनाव चरम पर है वहीं रूस- यूक्रेन एक दूसरे से उलझे हुए हैं.