पटना, १२ सितम्बर । बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में लगाए गए ‘पुस्तक-चौदस-मेला’ और हिन्दी सप्ताह के १२वें दिन, मंगलवार को, विद्यार्थियों के लिए स्वरचित काव्य-पाठ प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया। विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक कविताओं का पाठ कर अपनी काव्य-प्रतिभा का परिचय दिया।प्रतियोगिता में, संत जोसेफ कौंवेंट , जेठुली,फतुहा, रवींद्र बालिका विद्यालय, बाल्डविन ऐकेडमी,धवलपुरा, बाल्डविन सोफ़िया,बुद्धाकौलोनी,तिब्बी कालेज,कदमकुआं, इनफैंट जीसस मौंटेसरी स्कूल,पटनासिटी, टेंडर हार्ट्स,संपतचक, अरविंद महिला महाविद्यालय,काजीपुर आदि विद्यालयों के छात्र-कवि चाहत गुप्ता, निभा मिश्र, श्रुति कुमारी, कशिश, समृद्धि, दिव्यांशु ठाकुर, आदित्य राज, अंजनी प्रिया, स्मृति राज, आकृति कुमारी, आयुषी, राज नंदिनी, इसिता प्रकाश, कशिश राज, कृष्णाँश कृष्ण, अंकिता कुमारी, सुरभि कुमारी, रिया राज सिंह, मो असलम राज़, अतुल राय, चिन्मय राज, श्रेया कुमारी, रीतीत गौतम, शिवांगी, रीतित गौतम, अनुष्का कुमारी, इंदु शुभंकरी, सौम्या चटर्जी, आँचल कुमारी आदि ने सुमनोहर काव्य-पाठ कर निर्णायकों का ध्यान अपनी ओर खींचा।प्रथम तीन स्थान पाने वाले विद्यार्थियों को १५ सितम्बर को आयोजित समापन-सह-पुरस्कार वितरण समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा। प्रथम स्थान पाने वाले को १००० रु की पुरस्कार राशि के साथ स्वर्ण-पदक और प्रशस्ति-पत्र, द्वितीय स्थान पाने वाले को ७०० रु की राशि के साथ रजत-पदक और प्रशस्ति-पत्र तथा तृतीय स्थान पाने वाले को ५०० रु की राशि के साथ कांस्य-पदक और प्रशस्त्रि-पत्र दिया जाएगा। सभी प्रतिभागियों को प्रतिभागिता प्रमाण-पत्र दिए जाएँगे।इस अवसर पर सम्मेलन अध्यक्ष डा अनिल सुलभ, निर्णायक-मण्डल की सदस्य कवयित्री आराधना प्रसाद, डा मधु वर्मा, डा कल्याणी कुसुम सिंह, डा पुष्पा जमुआर, प्रतियोगिता आयोजन समिति के संयोजक अशोक कुमार, प्रो सुशील कुमार झा, डा नागेश्वर यादव, कृष्ण रंजन सिंह समेत डा सीमा रानी, रेखा राय, निर्मला सिंह, महेश कुमार, कृष्ण शरण, धर्मेंद्र सिंह आदि शिक्षक एवं अभिभावक उपस्थित थे।विद्यार्थियों ने पुस्तक मेले में भी अपनी गहरी रुचि दिखाई और पुस्तकों की ख़रीद की। मेले में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, साहित्य सम्मेलन का प्रकाशन विभाग, अनामिका प्रकाशन समेत कई स्थानीय प्रकाशकों की पुस्तकें १० प्रतिशत से लेकर ५० प्रतिशत की छूट पर मिल रही है। मेले में अनेक दुर्लभ ग्रंथों की प्रदर्शनी भी देखी जा सकती है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार १३ सितम्बर को पूर्वाहन ११ बजे से’संभाषण-कार्यशाला’ आयोजित होगी,जिसमें व्याख्यान-कौशल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें सभी आयु वर्ग के लोग प्रतिभागी हो सकते हैं।