Kaushlendra Pandey /राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री उदय नारायण चैधरी ने कहा कि ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का शिगुुफा छोड़ा है। जिसमें शोषित, वंचित और उपेक्षित वर्गों के प्रति भाजपा की क्या सोंच है ये स्पष्ट रूप से प्रदर्शित होती है। जैसे मनुस्मृति द्वारा समाज को चार वर्णों में बांटा गया है जो जिस वर्ण का है उसी वर्ण के अनुसार व्यवसाय करने के लिए लिखा गया है। भाजपा सरकार उसी रूप में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का घोषणा किया है। इस तरह के पेशागत परिवार के छात्रों को इसी में उलझाये रखने के लिए इसकी न्यूनतम 18 वर्ष निर्धारित की है जो आगे भविष्य में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से लाभ लेने वाले को उच्च शिक्षा से वंचित करने की केन्द्र की साजिश है, क्योंकि जो ऋण लेंगे उन्हें आगे उसी पेशा में लगे रहना होगा।
इन्होंने आगे कहा कि बिहार में महागठबंधन सरकार 10 लाख रूपये का ऋण मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत दे रही है जिसमें 5 लाख सब्सिडी है और 5 लाख पर 1 प्रतिशत का ही ब्याज भुगतान करना है। जबकि महिलाओं, अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़े तथा अतिपिछड़े वर्ग को इससे पूरी तरह से ब्याज मुक्त किया गया है।इन्होंने केन्द्र की इस योजना को छलावा और आंखों में धूल झोंकने वाला जातीय व्यवस्था और पेशागत जातियों से बाहर ही निकलने नहीं देने और शिक्षा से प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना प्राप्त करने वालों को वंचित करने की साजिश बताया।