Kaushlendra Pandey /बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने एक बयान जारी करते हुए सभी जिलों संघों से अपील किया है कि हर हाल में इस कैलेंडर वर्ष में महिला टीम जिलों में बने,ताकि उनके बीच इंटर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट मैच करा कर उनकी प्रतिभाओं को निखारा जा सके। श्री तिवारी ने बताया की पुरुष वर्ग में हमारे पास बहुत ही अच्छे अच्छे खिलाड़ी है जबकि महिलाओं में इसकी घोर कमी है।उन्होंने जोर देते हुए कहा अब जब हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री ने महिला आरक्षण बिल ला कर देश में एक नई क्रांति का आगाज कर दिया है तो हमे भी चाहिए की महिलाओं को क्रिकेट में उचित प्रतिनिधित्व दिलाने की व्यवस्था की जाय।उन्होंने स्पष्ट किया की आगामी एजीएम/एसजीएम में इस विषय को एजेंडा में डाल कर यह प्रस्ताव पारित किया जायेगा और सभी जिलों में क्रिकेट टीम का होना अनिवार्य कर दिया जाएगा।उन्होंने ये भी कहा की जिन जिलों में चार या उससे अधिक महिला टीमें बनेंगी उस जिला की आगामी 26 जनवरी और 15 अगस्त को विशेष पुरुस्कार के सम्मानित किया जाएगा।उन्होंने पूर्वी चंपारण जिले के सभी पधाधिकारियों को बधाई दी जहां महिला टीम से कोई फीस नहीं लिया जाता है।उन्होंने कहा की ऐसी ही व्यवस्था सभी जिलों को करनी चाहिए।साथ ही उन्होंने विकलांग खिलाड़ियों की टीम बनाने की वकालत करते हुए कहा की यदि संभव हो तो सभी जिले से साथी विकलांगो की भी टीम बनावे।बीसीसीआई उसके लिए अलग से फंड देने को भी तैयार है।उन्होंने बताया की आगमी दो वर्षो में क्रिकेट के फील्ड में कई चमत्कारिक कार्य होंगे जिससे खिलाड़ियों की सुविधाएं कई गुना बढ़ जाएंगी।उन्होंने बताया की एक वक्त था जब खिलाड़ी स्टेशन पर रात बिता कर अगले सुबह मैच खेलने जाते थे लेकिन अब चीजे बदल गई है और आने वाले दिनों में और भी बदलेंगी।इस बार बीसीसीआई के डोमेस्टिक मैच में बिहार की टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी ऐसा उनका विश्वास है।