kaushlendra pandey /राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री उदय नारायण चैधरी एवं प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने अपने वक्तव्य में कहा कि मध्य प्रदेश सहित पांच राज्यों के चुनाव के पहले ही भाजपा ने अपनी हार मान ली और अब यह स्पष्ट रूप से दिखने भी लगा है। जिस राज्य में भाजपा 18 वर्षों से शासन में है वहां बार-बार नरेन्द्री मोदी का जाना और विधान सभा चुनाव में प्रत्याशी के रूप में 3 केन्द्रीय मंत्री और सात सांसदों को उतारा जाना भाजपा की झुठी उम्मीद का ये आखिरी चाल है, जो कभी सफल नहीं होगा।इन नेताओं ने कहा कि भाजपा के इस आखिरी सहारे की दांव को नाम बड़े दर्शन छोटे एमझा जाय। इस तरह मध्य प्रदेश के चुनाव में उतारने से पहले भाजपा ने हार मान ली है, क्योंकि भाजपा की केन्द्र सरकार तो हर मामले में जनता का विश्वास खो चुकी है और जिस तरह से भाजपा शासित राज्यों में दलितों, आदिवासियों, शोषितों, वंचितों पर जुल्म और अत्याचार की घटनाएं हो रही है उससे लोगों का नरेन्द्र मोदी और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के नेतृत्व पर से विश्वास उठ चुका है जिसका प्रतिफल है चुनावी मैदान में स्थानीय स्तर पर उम्मीदवार का नहीं मिलना और अब अपने आप को बड़े नामों के सहारे भाजपा चुनावी मैदान में उतर रही है, लेकिन कर्नाटक के चुनाव की तरह यह प्रयोग फेल होगा। आनेवाले विधान सभा चुनाव के साथ-साथ देश केे आम चुनाव में भी भाजपा की हार होगी और देश में इंडिया गठबंधन के पक्ष में परिवर्तन का बयार चल रही है।