मस्कट ,इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इन्फ्लुएंसर के सीईओ डॉ शमा हुसैन ने घोषणा की की भारत में हमारे कार्यक्रम शैलेश तिवारी के देखरेख में चलेंगे उन्होंने आगे अपने ड्रीम प्रोजेक्ट ह्यूमैनिजेशन ऑफ़ एजुकेशन के विषय में विस्तृत रूप से बतायाशिक्षा केवल एक प्रक्रिया नहीं है बल्कि यह इस दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति का विशेषाधिकार है। शिक्षा ही एकमात्र ऐसी प्रक्रिया है जो हमारे जीवन में शांति लाने की कल्पना करती है। हमारे जीवन का वास्तविक उद्देश्य खुशी प्राप्त करना है और इसमें सहायक कारक शिक्षा का मानवीकरण है।समग्र शिक्षा की लहर फैलाने के लिए हम इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फ्लुएंसर्स एंड इंटरनेशनल लाइफ स्किल्स टेक्नोलॉजी शैलेश तिवारी के सहयोग से भारत में 21वीं सदी में शिक्षा के मानवीकरण का एक अविश्वसनीय कार्यक्रम लेकर आ रहे हैं। हम दुनिया में प्रीमियम संगठन हैं, जो जैविक कौशल प्रदान करते हैं और दुनिया के प्रीमियम प्रभावशाली लोगों का निर्माण करते हैं।कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा की नैतिकता को बढ़ाना, ज्ञान को कार्यों में बदलना और अविश्वसनीय नेताओं के साथ बातचीत करके शिक्षा के लचीलेपन कारक का प्रसार करना होगा जो शिक्षा के यथार्थवादी मूल्यों पर प्रकाश डालेंगे। दूसरे शब्दों में वे खुशी के उत्प्रेरक के रूप में शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए समाज को प्रभावित करेंगे। दूसरे शब्दों में, वे दर्पणों को खिड़कियों में परिवर्तित करने में योगदान करते हैंहमारी कंपनी भारत के कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के साथ पंजीकृत है। हम 867771 की पंजीकरण संख्या के साथ संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल मार्केट प्लेस के साथ पंजीकृत हैं। हम आईएसओ-9001 प्रमाणित और एमएसएमई पंजीकृत संगठन हैं। हम वेस्टफोर्ड ग्रुप ऑफ एजुकेशन (लंदन) और क्राउन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनलचार्टर्ड इंक., यूएसए से संबद्ध हैं। हमारे कार्यक्रम एसीएमआईटी यूएसए से संबद्ध हैं। हम दुनिया के अनूठे ब्लॉक चेन आधारित एडटेक प्लेटफॉर्म पेडागोग फाउंडेशन के साथ शैक्षिक साझेदारों से परामर्श कर रहे हैं। हम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन के आधिकारिक सदस्य हैं। हम(यूएनपीकेएफसी) यूनाइटेड पीसकीपर्स फेडरेशन काउंसिल बैंकॉक द्वारा समर्थित हैं।हमने भारत, अमेरिका, कनाडा, जॉर्जिया, दक्षिण पूर्व एशिया, अफ्रीका, कुवैत, नेपाल, फ्रांस, फिलीपींस और बांग्लादेश में अपने चैप्टर स्थापित किए हैं। हमारे मूल मूल्य ईमानदारी, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, लचीलापन और जवाबदेही हैं। हमारा संगठन लगभग 60 देशों के विशेषज्ञों की विभिन्न पदों पर उनके अपार समर्थन और विशेषज्ञता के साथ उपस्थिति दर्शाता है.पेशे से पत्रकार शैलेश तिवारी लंबे समय तक कॉर्पोरेट जगत से जुड़े रहे इंटरनेशनल मार्केटिंग में एमबीए के साथ-साथ कंप्यूटर पत्रकारिता और इतिहास में मास्टर डिप्लोमा की डिग्री हासिल कीहै। शिक्षा साहित्य पीआर और ब्रांड के कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं अभी श्री तिवारी कई अखबार चैनल और पत्रिकाओं के संपादकीय सलाहकार के रूप में कार्य कर रहे हैं जगतगुरु पुरी पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के दी्क्षित शिष्य शैलेश तिवारी का प्रारंभ से ही मानना है कि शिक्षा का मानवीयकरण होना चाहिए वह मानते हैं कि शिक्षा और दैनिक जीवन में कोई सामंजस्य नहीं है छात्र हमेशा अधिक नंबर लाने की हो में लगे रहते हैं आत्महत्या फ्रस्ट्रेशन नशा मारपीट आदि सभी इसी अंधी दौड़ का परिणाम है उन्होंने कहा कि वह21वीं सदी में शिक्षा के मानवीकरण की इस अविश्वसनीय पहल में सभी का स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं। श्री तिवारी ने देश के सभी शिक्षाविद छात्र राजनीतिज्ञ महिलाएं को शिक्षा के मानवीय कारण के विषय में अपने विचार और लेख के लिए आमंत्रित किया.