कौशलेन्द्र पाण्डेय /मानसिक स्वास्थ्य प्रत्येक व्यक्ति की व्यक्तिगत जिम्मेदारी है । आज के भौतिकवादी दौर में मानसिक स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए संतुलित भोजन, व्यायाम के अलावा अपने आस पास के लोगों से मिलने जुलने की प्रवृति को बढ़ाना होगा । अपने दुख सुख को साझा करने की आदत डालनी होगी । यह बातें आज टी.पी.एस. कॉलेज पटना के मनोविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित विश्व मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के अवसर पर आयोजित व्याख्यान देते हुए मुख्य वक्ता प्रो. जय मंगल सिंह ने कहीं । ‘’मानसिक स्वास्थ्य: वैश्विक मानवाधिकार’’ विषय पर सम्पन्न हुए समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए मनोविज्ञान विभाग, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो. अरूण कुमार ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में हमारी संस्कृति में आदि काल से चर्चा मिलती है उन्होंने बुद्ध के विचारों करे उद्ध`त करते हुए कहा कि संयमित रह कर ही हम अपने स्वास्थ्य को अच्छा रख सकते है । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि यह एक गंभीर विषय है और छात्रों को अपनी सोच हमेशा सकारात्मक रखनी चाहिए । कार्यक्रम की समन्वयक एवं टी.पी.एस. कॉलेज में मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्ष प्रो. रूपम ने कहा कि आज के दौर में छात्र-छात्राओं की लगातार काउसंलिग करके उनको अवसाद में जाने से रोका जा सकता है । समारोह में स्वागत भाषण डॉ. रघुवंश मणी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. धर्मराज राम ने किया । प्रो. श्यामल किशोर, प्रो. अबू बकर रिज़वी, प्रो. अंजलि प्रसाद, प्रो. कृष्णनन्दन प्रसाद, डॉ. उषा किरण, डॉ. प्रशांत कुमार, डॉ. नुपूर के इलावा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ मौजूद थे ।