डिजिटल डेस्क, पंजाब : लुधियाना के गोबिंदगढ़ स्थित राधा रमन मंदिर में शुक्रवार छठे दिन मां कात्यायनी की विधिवत पूजा की गई। मां दुर्गा के इस स्वरूप को सफलता और यश का प्रतीक माना गया है। ऋषि कात्यायन की पुत्री होने के कारण इनका नाम कात्यायनी रखा गया। मां कात्यायनी की पूजा से विवाह संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। धार्मिक मान्यता है कि इनकी कृपा से योग्य वर और विवाह की सभी अड़चनें दूर हो जाती है। ये ब्रज मंडल की अधिष्ठात्री देवी हैं।
मां कात्यायनी सफलता और यश का प्रतीक हैं। भगवान कृष्ण को पाने के लिए ब्रज की गोपियों ने इन्ही की पूजा कालिंदी नदी के तट पर की थी। ये ब्रज मंडल की अधिष्ठात्री देवी के रूप में प्रतिष्ठित हैं। मंदिर प्रांगण में पुजारी ओम प्रकाश तिवारी ने मंत्रोचारण से पूजा शुरू करवाया। वही मंदिर कमेटी की तरफ से जागरण करवाया गया। इस मौके पर गायक सिमरन एव जस्सान जस ने माता का गुणगान किया।
इस मौके पर मंदिर कमेटी के प्रधान चंद्रदेव पांडेय, वीरेन्द्र सिंह, कमलेश पांडेय, जय किशन, कमेंद्र, रंजीत मेहता, सुबोध उपाध्याय, करण सिंह, अंबिका सिंह, डायरेक्टर राजेश, हरेन्द्र पांडेय, जितेंद्र ठाकुर के साथ समस्त इलाके के लोग मौजूद रहे।