भंसाली की फिल्म पद्मावती की प्रस्तावित रिलीज डेट नजदीक आते ही विवाद चरम पर पहुंचता जा रहा है. सिनेमाघर जलाने, जान से मारने और हिंसा फैलाने की धमकी दी जा रही है. यूपी सरकार ने भी विवाद को लेकर दावा कि लोगों में गुस्सा है. निकाय चुनाव के मद्देनजर यूपी में फिल्म रिलीज होने से अशांति फैल सकती है. इस बीच मेरठ में एक राजपूत नेता ने संजय लीला भंसाली के खिलाफ फरमान जारी किया. उसने कहा, जो भंसाली का सिर काट कर लाएगा उसे पांच करोड़ इनाम मिलेगा. ये फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होनी प्रस्तावित है. लेकिन फिल्म के सिनेमाघर तक पहुंचने में तकनीकी संकट भी सामने आ रहे हैं.
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बेहतर होगा अगर फिल्ममेकर्स सीमा में रहें. उन्होंने मेकर्स पर आरोप लगाते हुए कि अभिव्यक्ति की आजादी मूलभूत अधिकार जरूर है लेकिन एक सीमा में रहे तो बेहतर है. गडकरी ने आगे कहा, मेकर्स को सांस्कृतिक संवेदनशीलता बनाए रखने की आवश्यकता है. फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ नहीं किया जा सकता. लोगों को फिल्म से नाराज होने का अधिकार है. बीजेपी के सीनियर नेता का यह बयान उस समय आया है जब देशभर में फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन उग्र हो रहा है.
राजपूत करणी सेना के संरक्षक लोकेंद्र नाथ कालवी ने गुरुवार को कहा कि अगर फिल्म रिलीज़ हुई तो दीपिका पादुकोण की नाक काट ली जाएगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोकेंद्र ने कहा कि फिल्म में पद्मावती को खिलजी की प्रेमिका के रूप में दिखाया गया है। यह स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि राम-सीता के साथ लक्ष्मण भी वनवास गए थे। राम ने लक्ष्मण से भले ही न कहा हो लेकिन जरूरत पड़ने पर उन्होंने शूर्पणखा की नाक काट दी थी। दीपिका बेटी की तरह हैं लेकिन अगर हमारी बात समझी नहीं गई तो लक्ष्मण आज भी शूर्पणखा की नाक काटने की हैसियत रखते हैं। 1 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान करने के साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि फिल्म में दाउद का पैसा लगा है।