Kaushlendra Pandey -पटना: भाजपा पर हमला बोलते हुए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि विपक्षी एकता और 2024 में हार के डर से भाजपा इतना तिलमिला चुकी है कि उन्होंने अब विपक्षी नेताओं और पत्रकारों के फोन टेप करवाना शुरू कर दिया है. कई नेताओं को भेजे गये ईमेल में विख्यात मोबाइल कंपनी एप्पल ने यह साफ़ कहा है कि ‘सरकार प्रायोजित तत्वों’ द्वारा उनके फोन पर हमला किया जा रहा है. भाजपा को बताना चाहिए कि यह ‘सरकार प्रायोजित हमलावर’ कौन हैं और किसके इशारे पर इन्हें जासूसी करने के काम पर लगाया गया है? भाजपा को बताना चाहिए कि इन हमलावरों को पैसे किस मद से दिए जा रहे हैं?जदयू महासचिव ने कहा कि इस मामले से लगता है कि इडी, सीबीआई को पहले ही अपना राजनीतिक हथियार बना चुकी भाजपा अब लोकतंत्र को कुचलने की दिशा में एक कदम और बढ़ गयी है. इन्होने तय कर लिया है जो भी इनके खिलाफ खड़ा होगा या तो उस पर जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर दर्जनों केस लाद दिए जायेंगे या उसकी निजी जानकारियां निकाल कर उसे ब्लैकमेल किया जाएगा. जनता हो या नेता, जो भी इनका विरोध करेगा उसका जीवन यह लोग बर्बाद कर देंगे. भाजपा को बताना चाहिए कि राजनीति का इससे निचला स्तर और क्या हो सकता है.उन्होंने कहा कि वास्तव में यह दिखाता है कि मोदी शाह के नेतृत्व में केंद्र सरकार अब पूरी तरह निरंकुश हो चुकी है. न तो उन्हें संविधान का लिहाज है और न ही लोकतंत्र की चिंता. तानाशाह की तरह वह अपने हर विरोधी को समाप्त कर देना चाहते हैं. भाजपा यह जान ले कि उसकी तानाशाही के सामने देश झुकने वाला नहीं है.मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए जदयू महासचिव ने कहा कि भले ही केंद्र सरकार इस मामले से अपना पल्ला झाड़ने का प्रयास कर रही हो लेकिन एप्पल जैसी दिग्गज कंपनी के आरोप को हल्के में नहीं लिया जा सकता. यह सीधे सीधे साइबर अपराध और निजता के हनन का मामला है, जिसे किसी भी सूरत में माफ़ नहीं किया जा सकता. केंद्र सरकार से हमारी मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच तुरंत करवाए.