नई दिल्ली: जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा कि बिहार सरकार ने 57,854 महिलाओं को एक दिन में सरकारी नौकरी देकर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है. दुनिया की ऐसी कोई सरकार नहीं होगी जिसने ऐसा कारनामा किया हो. सही मायनों में यह न केवल विश्व रिकॉर्ड है बल्कि सभी सरकारों के लिए एक मिसाल भी है. उन्होंने कहा कि हकीकत में नीतीश सरकार महिला सशक्तिकरण के मामले में पूरे देश के लिए रोल मॉडल है. महिलाओं के समग्र विकास व सशक्तिकरण के लिए नीतीश सरकार ने जितने काम किये हैं वैसा पूरे देश में कहीं नहीं हुआ है. महिलाओं की शिक्षा से लेकर रोजगार तक के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी द्वारा शुरू की गयी क्रांतिकारी योजनाओं ने आज बिहार की महिलाओं का जीवन बदल दिया है. यही वजह है कि पहले जहां महिलाएं घर से बाहर निकलने में झिझकती थीं वहीं आज वह हर क्षेत्र में सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विजन से ही बिहार देश का पहला राज्य बना जहां महिलाओं को सरकारी नौकरी में सशक्त हिस्सेदारी दिलाने के लिए 35 फीसदी का आरक्षण दिया गया है. वहीं सरकारी दफ्तरों में पोस्टिंग में भी महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है .इसी सरकार ने महिलाओं की नेतृत्व क्षमता पर भरोसा जताते हुए उनकी आधी आबादी के अनुरूप पंचायत और नगर निकायों के चुनावों में 50% आरक्षण दिया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महिलाओं के जन्म से लेकर शिक्षा तक भी विशेष ध्यान दिया गया है. मुख्यमंत्री बालिका साइकिल व पोशाक योजना लड़कियों की शिक्षा के क्षेत्र में गेम चेंजर योजना साबित हुई. इससे स्कूलों में लड़कियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. आज स्कूल जाने वाली लड़कियों की संख्या लड़कों के बराबर हो चुकी है. राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए बिहार में इंटरमीडिएट पास अविवाहित लड़कियों को 25 हजार रुपये और स्नातक पास लड़कियों को 50 हजार रुपये दिए जाने का प्रावधान किया है. इसके अलावा मेडिकल, इंजीनियरिंग और प्रस्तावित स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में नामांकन में 33 प्रतिशत सीट लड़कियों के लिए कर दिया गया है. ऐसा करने वाला बिहार देश का पहला राज्य है.