CIN /विश्व व्यापार मेले में सरस पवेलियन हॉल नंबर 7 (ए बी सी) में मिलने वाले दस पर्सेंट की छूट के कारण आज भी लोगों की भीड़ रही साथ ही लोगों ने सरस में बढ़ चढ़ कर खरीदारी भी की। वहीं, शाम को अपनी थकान मिटाने के लिए सांस्कृतिक संध्या का भी आनंद लिया। हरियाणा से आई हुई चेतक स्वयं सहायता समूह की निर्मला अपने स्टॉल नंबर 86 में साथ लाई है हरियाणा के मशहूर लोहे से बनें कढ़ाई, तावे, आपा मेकर, फ्राईपेन, वोक, जलेबी तावी, डोसा तावा, चाकू, चीमटा समेत जंग ना लगने वाली कबानी कढ़ाई भी यहां उपलब्ध हैं। इसी के साथ स्टॉल नंबर 110 ,कामना स्वयं सहायता समूह की सम्पन बताती हैं कि उनकी हरयाणवी जूती, चप्पल की बेहतरीन बिक्री हो रही है। यहां पर आपको जरी मेरुल जूती, बचकाना जूती, दबक्का बेली, घुंघरू बेली, घुंघरू चप्पल, घुंघरू जूती, फेब्रिक चप्पल, लैदर जूती भी मिल जाएगी।वहीं, सरस में आप को बांसवारा जिले से आई हुईं शिव शंकर स्वयं सहायता समूह की पायल के स्टॉल नंबर 43 पर आप को विभिन्न आकार के तीर-कमान (आर्चरी) उपलब्ध हैं, जो कि विभिन्न डिजाइन में तैयार किए गए हैं। यहां पर आप को हजार रुपये से लेकर ढ़ाई हजार रुपये तक के तीर-कमान उपलब्ध हैं। इसके साथ ही आप इस स्टॉल पर पचास रुपये में छह लाइव सूट भी कर सकते हैं।ज्ञात हो कि दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 42वें विश्व व्यापार मेले में एक बार फिर परंपरा, क्राफ्ट, कला एवं संस्कृति से सराबोर 14 नवंबर से 27 नवंबर तक प्रसिद्ध सरस आजीविका मेला 2023 का आयोजन प्रगति मैदान स्थित हॉल नंबर 7 (ए, बी, सी) में किया जा रहा है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा आयोजित इस सरस आजीविका मेला 2023 में ग्रामीण भारत की शिल्पकलाओं का मुख्य रूप से प्रदर्शन किया जा रहा है। 14 नवंबर से 27 नवंबर तक चलने वाले इस उत्सव में 300 से अधिक महिला शिल्प कलाकार, 165 के करीब स्टॉलों पर अपनी अपनी उत्कृष्ट प्रदर्शनी का प्रदर्शन कर रहे हैं।सरस आजीविका मेला के दौरान देश भर के 29 राज्यों के हजारों उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री हो रही है। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा यह एक मुहिम की शुरुआत की गई है जिससे कि हमारे देश के हस्तशिल्पियों और हस्तकारों को अपनी रोजगार शुरू करने का मौका मिल सके।वहीं, शाम को यहां सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया जा रहा है।