Priyanka bhardvaj /बिहार शिक्षा प्रणाली में जो कुछ भी व्यवस्था करने की कोशिश हो रही है उससे शिक्षकों में नकारात्मक ऊर्जा का ही संचार हो रहा है। ठण्ड के समय महिला शिक्षको को 5 बजे तक रोकना उनपे जास्ती ही है, विभाग असंवेदनशील और निष्क्रिय हो गया है। लम्बी दुरी तय कर के आने वाले महिला शिक्षकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रवक्ता राहुल आनंद ने कहा की यात्री वाहनों की गावो में निम्न सुविद्या होना। आज शिक्षा मंत्री अपने विभाग में निष्क्रिय और सिर्फ नाम के रह गए है। आज हालत ये हैं की माननिये है या नहीं इसका पता ही नहीं चलता। विभाग चलाने वाले सीरिया कानून का सञ्चालन कर रहे है. बिहार के सरकारी विधालय के बंद होने का समय 5 बजे है और सूर्यास्त का समय 5 बज के 6 मिनट। महिलाओ के प्रति इस अमानवीय व्यवहार की कोई परिकाष्ठा नहीं।