पटना: भाजपा शासित राज्यों में बढे महिला उत्पीड़न के मुद्दे को उठाते हुए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज एक्स हैंडल पर लिखा कि राष्ट्रीय महिला आयोग के आंकड़ों से यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं पर कहर बरप रहा है. आयोग के मुताबिक पिछले वर्ष महिलाओं के खिलाफ पूरे देश में हुए अपराधों में से आधे से अधिक मामले सिर्फ उत्तरप्रदेश से है. 16 हजार से अधिक शिकायतों के साथ यूपी जहां नंबर 1 पर है. वहीं नंबर दो और तीन पर क्रमश: दिल्ली और महाराष्ट्र काबिज हैं. गौरतलब हो कि महाराष्ट्र में भी भाजपा सरकार है वहीं दिल्ली की कानून व्यवस्था भी इन्हीं के हाथों में है. उन्होंने लिखा कि भाजपा की महिला विरोधी मानसिकता का ही सबूत है कि छोटे मोटे मामलों में भी दोषियों के घरों पर बुलडोजर चलवा देने वाली भाजपा सरकार बीएचयू बलात्कार काण्ड के आरोपियों के भाजपा पदाधिकारी निकलने पर चुप्पी साध कर बैठ गयी है. भाजपा को बताना चाहिए कि क्या उनका बुलडोजर आरोपित की पार्टी और धर्म देख कर निकलता है? अगर उनके बुलडोजर का तेल खत्म हो गया हो तो वह भी बताएं, उन्हें पैसे भेज दिए जायेंगे.जदयू महासचिव ने कहा कि वास्तव में महिलाओं की सुरक्षा के मामले में भाजपा मुंह में राम बगल में छूरी की नीति पर चलती है. इन्हीं के कारण शोषण का शिकार हुई देश की नामचीन महिला खिलाड़ियों को न्याय के लिए धरने पर बैठना पड़ा. यहां तक कि उनका केस तक दर्ज नहीं किया गया. बिलकिस बानों के बलात्कारियों की सजा माफ़ करने का भौंडा खेल भी इन्हीं की गुजरात सरकार के वक्त हुआ है. इनके ही शासित मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया गया, जिन्हें आज तक न्याय नही मिला है. उन्होंने कहा कि हकीकत में भाजपा के नेता आज भी पुरानी सामंतवादी सोच के शिकार हैं, जिनकी निगाह में महिलाओं का कोई अधिकार नहीं होता है. दिखावे के लिए यह बेटी बचाओ की बात करते हैं लेकिन आंकड़े गवाह हैं कि इन्ही के राज में बेटियों पर सबसे अधिक अत्याचार होते हैं.