CIN PATNA /कल कर्पूरी जी के बहाने बिहार की राजनीति के तीनों खेमों ने अपनी अपनी ताक़त का प्रदर्शन किया. यह माना जाता है कि बिहार के तीन में दो ख़ेमें जिधर रहते हैं बहुमत उधर ही रहता है. कल के तीनों कार्यक्रम की ताक़त से स्पष्ट हो गया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन लोकसभा के चुनाव भाजपा के अश्वमेध यज्ञ के घोड़े को बिहार में ही पकड़ कर बांध देगा. इस प्रकार संविधान, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय विरोधी नरेंद्र मोदी का पुनः प्रधानमन्त्री बनने का सपने धूल धूसरित हो जायेगा. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के महागठबंधन की यह भूमिका इतिहास में दर्ज होगी.