पटना: न्याय यात्रा के दौरान राहुल गाँधी द्वारा जातिगत गणना पर दिए बयान को हास्यास्पद बताते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा है कि देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि जातिगत गणना नीतीश कुमार की नीतियों का परिणाम है, जिसमें राजद-कांग्रेस की कोई भूमिका रही ही नहीं. फिर भी राहुल का इसका झूठा श्रेय लेने का प्रयास करना यह दिखाता है कि वह अब पूर्ण रूप से राजनीतिक शेखचिल्ली बन चुके हैं. उन्होंने कहा कि वास्तव में अपने इसी तरह के कारनामों से राहुल पहले ही कांग्रेस की चूलें हिला चुके हैं और अब इस तरह के बयानों से यह साफ़ हो गया है कि राहुल गाँधी को कांग्रेस की बची-खुची इज्जत भी बर्दाश्त नहीं हो रही है. उनके रवैए से यह स्पष्ट है कि वह कांग्रेस की नाव डूबा कर ही दम लेंगे. सवाल पूछते हुए जदयू प्रवक्ता ने यह कहा कि राहुल गाँधी को बताना चाहिए कि यदि उन्हें पिछड़े-अतिपिछड़ों से इतना ही प्रेम है तो उन्होंने इंडी गठबंधन के घटक दलों द्वारा शासित राज्यों में जातिगत गणना करवाने की नीतीश कुमार जी की मांग का समर्थन क्यों नहीं किया था? वह बताएं कि अभी भी वह कांग्रेस शासित राज्यों में जातिगत गणना करवाने की घोषणा क्यों नहीं करवा रहें? क्या उन्हें वहां के पिछड़े-अतिपिछड़ों से हमदर्दी नहीं है? उन्होंने कहा कि हकीकत में जातिगत गणना पर झूठा बयान देकर राहुल गाँधी ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि उनके रवैए में कभी भी सुधार नहीं हो सकता. उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि अपनी कथित न्याय यात्रा के दौरान इस तरह का आचरण कर के वह अपनी और अपनी पार्टी की पहले से ही धूमिल छवि के साथ अन्याय कर रहे हैं. इससे उनकी बची-खुची विश्वनीयता भी साफ़ हो गयी है. कांग्रेस जान ले कि पिछले लोस चुनाव में वह भगवान की दया से बिहार से एक सीट जरुर जीत गये थे, लेकिन इस बार राजद की तरह उनका भी सूपड़ा साफ़ हो जाएगा. राहुल ने यह तय कर दिया है कि कांग्रेस मुक्त भारत का आगाज बिहार से ही होगा.