नई दिल्ली: कांग्रेस और उसके सहयोगियों को निशाने पर लेते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा है कि सत्ता की भूख में कांग्रेस और उसके सहयोगियों का मानसिक संतुलन इतना हिल गया है कि अब उन्हें देशहित के कामों से भी दिक्कत होने लगी है. इसी वजह से यह लोग इतने संतुलित और 2047 तक विकसित भारत की नींव को मजबूत करने वाले बजट के खिलाफ भी दुष्प्रचार करने से बाज नहीं आ रहे हैं. यह दिखाता है कि इनकी राजनीति अब जनता के खिलाफ़ हो चुकी है. कांग्रेस के विरोध का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि दरअसल यह बजट गरीब, युवा, महिलाओं और किसानों को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने पर केन्द्रित है. इसके अलावा इसमें मध्यम वर्ग को सशक्त करने के लिए भी कई निर्णय लिए गये हैं. कांग्रेस और उसके सहयोगियों को इसी से दिक्कत है. कांग्रेस ने इतने दशकों तक इन्हीं लोगों को बरगला कर शासन किया है. इन्हें डर है कि यदि यह लोग सशक्त हो गयें तो देश से उनके जैसे परिवारवादियों का नामोनिशान मिट जाएगा. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि बजट में युवाओं के लिए रिसर्च और इनोवेशन पर 1 लाख करोड़ रुपए का फंड बनाने तथा स्टार्टअप्स को मिलने वाली टैक्स छूट के विस्तार का ऐलान भी किया गया है.गरीबों के लिए 2 करोड़ और नए घर बनाने का तथा 2 करोड़ महिलाओं की जगह 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इसी तरह आयुष्मान भारत योजना के तहत आंगनवाड़ी और आशा वर्करों को भी लाभ देने का ऐलान किया गया है. इसके अलावा इनकम टैक्स रिमिशन स्कीम की घोषणा की गई है, उससे मध्यम वर्ग के करीब एक करोड़ लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. साथ ही बजट में किसानों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण और बड़े निर्णय लिए गए हैं. नैनो डीएपी का उपयोग हो, पशुओं के लिए नई योजना के निर्माण, पीएम मत्स्य संपदा योजना के विस्तारऔर आत्मनिर्भर ऑयल सीड अभियान आदि के जरिये किसानों की आय बढ़ाने और उनके खर्च कम करने के प्रयास करने की घोषणा की गयी है. कांग्रेस को बताना चाहिए कि आखिर उनके नेता इसका विरोध क्यों कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि हमारी कांग्रेस से गुजारिश है कि कम से कम देशहित में उठाये जा रहे कामों को राजनीति में घसीटने से परहेज करें. इसी आदत के कारण उनकी पूरे देश में दुर्गति हो रही है और अगर उन्होंने यह रवैया बरकरार रखा तो उन्हें रसातल में जाने से कोई नहीं रोक सकता.