CIN /बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने में महागठबंधन सरकार में जो फैसले और घोषणा किए गए थे, उसी के अनुसार ही परीक्षा लेकर शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए, और सक्षमता परीक्षा के नाम पर शिक्षकों को प्रताड़ित नहीं कियाजाए ।इन्होंने ने आगे कहा कि बिहार में जबसे एनडीए की सरकार बनी है उसके बाद से ही भाजपा के दबाव में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है । यह बात सभी को मालूम है कि भारतीय जनता पार्टी यह नहीं चाहती कि शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिले। शिक्षकों को सुशील मोदी की वो बातें याद होगी ,जब उन्होंने कहा था कि भगवान भी आ जाए तब भी शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा नहीं मिल सकता है। और आज उन्हीं बातों को कहीं ना कहीं लागू करने के लिए प्रयास चल रहा है।एजाज ने आगे कहा कि राष्ट्रीय जनता दल तेजस्वी जी के संकल्पों के अनुसार महागठबंधन सरकार के फैसले और घोषणा के अनुसार शिक्षकों को परीक्षा के आधार पर ही राज्यकर्मी का दर्जा देने के संकल्प को पूरा करने के लिए कटिबद्ध है। इन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह की नियमावली बनाई गई है यह कहीं ना कहीं शिक्षकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। और जो शिक्षक 10 से 15 साल नौकरी कर चुके हैं, उनको निकाले जाने की बात किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है सरकार अपने नाकामियों को छुपाने के लिए अफसरों को माध्यम बना रही है।