पटना: कांग्रेस से नेताओं के जारी पलायन पर चुटकी लेते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा है कि कांग्रेस ने देश के साथ जो धोखाधड़ी है उसी का बदला लेने के लिए राहुल गांधी जी जैसे अवतार के हाथों में इसकी कमान गयी है. गाँधी जी भी चाहते थे कि आजादी के बाद कांग्रेस को भंग कर दिया जाए, लेकिन एक परिवार ने सत्ता सुख भोगने के लिए ऐसा होने नहीं दिया. इसीलिए कांग्रेस के टुकड़े-टुकड़े कर के राहुल गांधी आज उनकी इच्छा को पूरी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह राहुल गाँधी ने अपने खतरनाक नेतृत्व से कांग्रेस की नाव में इतना बड़ा छेद कर दिया है कि पुराने कांग्रेसी भी उससे कूद कर भाग रहे हैं. एक-दो कर के आज पचास से अधिक वरिष्ठ कांग्रेसी पार्टी छोड़ चुके हैं. इनमें लगभग 15 नेता मुख्यमंत्री रह चुके हैं और बाकी अन्य उंचे ओहदों पर रह चुके हैं. लेकिन न तो कांग्रेस मुक्त भारत के मिशन में जुटे राहुल को कोई चिंता है और न ही उनकी चापलूसी में जुटे नेताओं को. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि दरअसल राहुल के नेतृत्व में आज कांग्रेस के पास न तो नीति बची है और न ही विचारधारा. ऊपर से इनमें अहंकार कूट-कूट कर भरा हुआ है. हर जगह यह अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन फिर भी इनका घमंड कम होने का नाम नहीं लेता. इनके इसी रवैए के कारण इंडी गठबंधन का प्रयोग भी असफ़ल हो गया. इनके बर्ताव के कारण हर राज्य में इनके सहयोगी इनका साथ छोड़ कर जा रहे हैं. लेकिन राहुल अभी भी अपने चाटुकार सलाहकारों के चंगुल से छूटने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव कांग्रेस के इतिहास का सबसे बुरा चुनाव साबित होने वाला है. इस चुनाव में इनकी ऐसी दुर्गति होने वाली है कि इनके लिए दूबारा उठना मुश्किल हो जाएगा.