4 मार्च को अतिपिछड़ा समाज द्वारा मनाई जायेगी फणीश्वर नाथ रेणु की जयंतीपटना: प्रसिद्ध लेखक व साहित्यकार फणीश्वर नाथ रेणु की आगामी 4 मार्च को आयोजित होने वाली जयंती पर अतिपिछड़ा समाज द्वारा आयोजित किये रहे कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर आज जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता व अतिपिछड़ा समाज के नेता राजीव रंजन के पटना स्थित आवास पर एक बड़ी बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में अखिल भारतीय धानुक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष शंकर प्रसाद, संरक्षक कार्तिक प्रसाद, उपाध्यक्ष विजय कुमार राय, महाराज महतो, जलेश्वर महतो, सीमा पटेल, पिंकी देवी, अशोक कुमार मेहता, सत्यनारायण सिंह समेत दर्जनों लोग उपस्थित रहें.इस दौरान जानकारी देते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि आगामी 4 मार्च को महान साहित्यकार ‘पद्मश्री’ फणीश्वर नाथ रेणु जी की जयंती के अवसर पर पटना के जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. हमारा उद्देश्य है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से रेणु जी के विचार जन-जन तक पहुंचे. इसलिए हम सभी को इस आयोजन को सफल बनाने के लिए तन-मन से जुट जाना चाहिए.उन्होंने कहा कि रेणु सिर्फ साहित्यकार नहीं थे बल्कि अपनी लेखनी से समाज को जागृत करने वाले योद्धा थे. अपनी कलम के माध्यम से उन्होंने हमेशा समाज के गरीब, पिछड़े, अतिपिछड़े व हाशिये पर खड़े लोगों से होने वाले भेदभाव व उन्हें होने वाली पीड़ा को उजागर किया. वह उन रचनाकारों में से थे जो भारतीय समाज में व्याप्त जातिवाद को समझते थे. आय के स्त्रोतों मुख्यतया कृषि योग्य जमीन पर किसका वर्चस्व है, उन्होंने इसे भी अपनी रचनाओं में बखूबी दिखाया है. उनकी खासियत थी कि अपनी रचनाओं में वे कमजोर तबकों के साथ खड़े दिखते हैं.जदयू प्रवक्ता ने कहा कि रेणु जी ने हमेशा ही गरीबों की पीड़ा को महसूस किया और इसके विरोध में आवाज उठाते रहें. उनकी मंशा एक ऐसे समाज के निर्माण की थी जिसमें गैर-बराबरी न हो. दुर्भाग्य से समाज में अभी बहुतों को जातिवाद का खामियाजा भुगतना पड़ता है. ऐसे में उनके विचारों का अधिकाधिक प्रसार करना हम सभी का दायित्व है.