CIN /बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा वर्ष 2023 -25 के लिए विभिन्न कॉलेजों में नामांकित बच्चों को 1 अप्रैल 2024 से दूसरे स्कूल में स्थानांतरित होने का जो आदेश निर्गत किया गया है,यह किसी भी दृष्टिकोण से यह उचित नहीं है और यह कहीं ना कहीं शैक्षणिक वातावरण को समाप्त करने वाला और विद्यार्थियों को परेशानियों में डालने वाला फैसला है. एजाज ने आगे कहा कि इस तरह के फ़ैसले से विद्यार्थियों को जो कठिनाइयां उत्पन्न होगी उसपर बिहार सरकार और शिक्षा मंत्री को अवश्य ध्यान देना चाहिए और ऐसे आदेश को तत्काल प्रभाव से रोक देना चाहिए। अगर सरकार को इस तरह का कोई फैसला ही लेना था तो इसे सेशन 2024 – 26 मैं लागू करना चाहिए था और आगे 24 -26 सेशन का एडमिशन का कार्य नहीं करना चाहिए,लेकिन जो विद्यार्थी 2023 -25 के सेशन में पहले से ही कॉलेज में नामांकित हैं और 11वीं की परीक्षा भी इसी कॉलेज से दिए हैं,उनको कॉलेज में 12वीं का क्लास करने का और परीक्षा देने का आदेश अविलंब विद्यार्थियों और शैक्षणिक वातावरण को बेहतर बनाए रखने के लिए सरकार ऐसे कार्यों पर रोक लगाये। इस तरह का फैसला किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं.एजाज में आगे कहा कि शिक्षा के बेहतर वातावरण के निर्माण के दिशा में महागठबंधन सरकार के द्वारा जो भी फैसले लिए गए थे उन फैसलों को कहीं ना कहीं बदलने का कार्य चल रहा है। इस तरह के फैसले से छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा, बल्कि उन विद्यालयों पर भी अधिक बोझ बढ़ जाएगा जो पहले से ही छात्र-छात्राएं वहां शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं । इस तरह के फैसले से कहीं ना कहीं शैक्षणिक वातावरण का बेहतर निर्माण नहीं हो पाएगा। और जो स्कूल में पहले से नामांकित है उन विद्यार्थियों को भी परेशानियां उठानी पड़ेगी।