जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 23 मार्च ::ह्यूमन राइट्स डिफेंडर के सदस्य गीता प्रसाद को ह्यूमन राइट्स डिफेंडर के प्राथमिक सदस्यता से हटा दिया गया है। गीता प्रसाद पर ह्यूमन राइट्स डिफेंडर के विरुद्ध कार्य करने का आरोप लगाया गया है। ह्यूमन राइट्स डिफेंडर ने अपने कार्यालय में गीता प्रसाद पर लग रहे आरोप के संबंध में शुक्रवार को संस्थापक सदस्य एवम पदाधिकारियों का आकस्मिक बैठक बुलाई थी। बैठक में जो पदाधिकारी उपस्थित नहीं हो सके वे वर्चुअल रूप से बैठक में शामिल हुए।बैठक में गीता प्रसाद के संदर्भ में उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों और गतिविधियों के संबंध में गहन एवम विस्तृत रूप से समीक्षा की गई। समीक्षा में गीता प्रसाद पूरी तरह से ह्यूमन राइट्स डिफेंडर के विरुद्ध गतिविधियों के लिए दोषी पाई गई।बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि गीता प्रसाद को अविलंब ह्यूमन राइट्स डिफेंडर संस्था से पूरी तरह से अलग किया जाय और इसकी सूचना मीडिया के माध्यम से आम लोगों को दी जाय, ताकि ह्यूमन राइट्स डिफेंडर से सबंधित गीता प्रसाद की किसी प्रकार की गतिविधियों की जवाब देही ह्यूमन राइट्स डिफेंडर की नहीं होगी। ह्यूमन राइट्स डिफेंडर संगठन गीता प्रसाद द्वारा शनिवार से किये गये किसी भी कार्यो की जिम्मेदारी नहीं लेगी तथा भविष्य में अगर वो किसी भी तरह का गैर कानूनी कार्य इस संगठन के नाम से करती हैं तो संगठन की इसमें कोई जबाब देही नहीं होगी। इस तरह के निर्णय पर बैठक में उपस्थित सभी संस्थापक सदस्य एवम पदाधिकारियों ने अपना अपना हस्ताक्षर किया गया।