पटना: जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा है कि नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने से पहले बिहार विकास के सभी मानकों पर गर्त में गिरा हुआ था. प्रदेश की कानून व्यवस्था से लेकर स्वास्थ्य व शिक्षा जैसी सुविधाओं का भी बुरा हाल था. जनता के पास न तो चलने के लिए ढंग की सड़कें थीं और न ही बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं. पूरा प्रदेश अपराधियों, बाहुबलियों व रंगदारों के आतंक से तबाह था. इनके आतंक से लोग शाम ढले घरों में बंद हो जाते थे. लेकिन नीतीश कुमार ने सत्ता संभालते ही इन सब पर लगाम कसते हुए जनता को पहली बार सुशासन का एहसास दिलाया. उनके ही कार्यों से कभी फर्श पर पड़ा बिहार आज तेजी से अर्श की तरफ जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह नीतीश सरकार की ही देन है कि जिस बिहार में सड़कों और गड्ढों में फर्क नहीं दिखता था वह आज सड़कों के घनत्व के मामले में 31.69 किलोमीटर प्रति 1000 वर्ग किलोमीटर भौगोलिक क्षेत्रफल की दर के साथ देश में केरल और पश्चिम बंगाल के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है. नीतीश जी के समाजवादी शासन में स्वास्थ्य, शिक्षा, जलापूर्ति विद्युत गैस कनेक्शन जैसे जन उपयोगी सेवा में भी काफी वृद्धि दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि जिस बिहार के अस्पतालों में कुत्ते घूमते नजर आते थे, नीतीश सरकार के कारण आज वहां चौबीसों घंटे इलाज की सुविधा मिल रही है. पिछले स्वास्थ्य के क्षेत्र में बिहार ने 11 गुणा से अधिक की वृद्धि की है. नीतीश सरकार के कारण ही बिहार की शिक्षा व्यवस्था में भी क्रांतिकारी सुधार हुआ है. सरकार द्वारा चलायी गयी साइकिल, पोशाक व छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं से स्कूल जाने वाले बच्चों विशेषकर लड़कियों की संख्या में अत्यधिक इजाफा हुआ है. आज नीतीश सरकार के कारण ही राज्य के हर जिले में इंजीयनरींग, पॉलिटेक्निक और मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि सामाजिक न्याय के मोर्चे पर भी नीतीश सरकार ने पूरे देश के सामने मिसाल पेश किया है. इसी सरकार ने जातिगत गणना करवा कर गरीब जातियों की वास्तविक स्थिति को उजागर करने का साहस दिखाया है. इसी सरकार के कारण आज प्रदेश के अतिपिछड़ों को सरकारी नौकरियों में 25% आरक्षण मिल रहा है. इसी सरकार ने आधी आबादी को उनका हक देते हुए शिक्षा विभाग में 50% अन्य सरकारी नौकरियों तथा पोस्टिंग में 35% के आरक्षण का अधिकार दिया है. वास्तव में नीतीश सरकार ने अपने कामों से बार-बार यह साबित किया है कि उनके लिए जनता से बढ़ कर कुछ नहीं है.
