पटना 11अप्रैल 2024 ; राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि भाजपा द्वारा कराए गए आन्तरिक सर्वे में मिले फीडबैक से उसके नेता काफी हताश और निराश हो चुके हैं। भाजपा द्वारा कराए गए आन्तरिक सर्वे में राष्ट्रीय स्तर पर उसे और उसके गठबंधन को मिलाकर दो सौ से भी कम सीटें मिल रही है। बिहार में तो कांटे के संघर्ष के बीच दो अंकों में पहुंचना भी एनडीए गठबंधन को मुश्किल दिख रहा है। प्रथम चरण में हीं वह चारों सीटें हारने जा रही है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार के लोगों में एनडीए की बिहार और केन्द्र दोनों के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है। बिहार की जनता एनडीए प्रत्याशियों से केन्द्रीय सरकार के दस वर्षों का और बिहार की डबल इंजन सरकार से पिछले सत्रह वर्षों का हिसाब खोज रहे हैं। जिसकी वजह से एनडीए उम्मीदवार लोगों की भीड़ देखकर अपनी राह बदल दे रहे हैं। इसीलिए प्रधानमंत्री जी और गृहमंत्री जी लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं । उनकी सभाओं में कुर्सी लगाकर भीड़ दिखलाने का प्रयास हो रहा है पर बड़ी संख्या में कुर्सियां भी खाली रह जा रही है। उपस्थित लोग भी अब मोदी जी और शाह जी के बार-बार कहने पर भी पूर्व की तरह हुंकारी नहीं भरते और न उनके लगाए नारों को हीं दुहराते। उनके बातों पर अब कोई भरोसा नहीं करता। और चुनावी जुमला मानकर उनकी बातों को कोई भी व्यक्ति गंभीरता से नहीं लेता। पिछले दो दशकों से एक हीं बात सुनते- सुनते बिहार की जनता उनकी बातों से उब चुकी है। वह जानना चाहती है कि पिछले दस वर्षों में उनके लिए क्या किया गया। भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता तो अब बिहार आने से भी कतरा रहे हैं। बिहार भाजपा के किसी नेता में वह क्षमता नहीं है कि उनको सुनने पांच सौ लोग भी उनकी सभाओं में आ सके। वहीं दूसरी ओर तेजस्वी जी की सभाओं में उनको सुनने के लिए भारी भीड़ जुट रही है। सभास्थल छोटा पड़ जा रहा है, राजद प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में जो वादे किए थे , बिहार की जनता उनके मुंह से उसकी हकीकत सुनना चाह रहे हैं चुंकि उसमें से एक भी वादे पुरे नहीं हुए बल्कि जमीनी स्तर पर स्थितियां काफी खराब हो चुकी है और लोग अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। भाजपा के पास इसका कोई जवाब नहीं है, इसीलिए वह मछली और नारंगी को बहस का मुद्दा बनाना चाह रही है। बिहार के लोगों ने तेजस्वी यादव की सत्रह महिने का कार्यकाल देखा है । जिसमें उन्होंने जनता से किए अपने वादे को अमलीजामा पहनाने का काम किया है। आज वे जन-जन के दिलों में बैठ चुके हैं। बिहार की जनता तेजस्वी जी में हीं अपना भविष्य देख रही है और इसीलिए उनकी सभाओं में सभी जाति, धर्म, सम्प्रदाय और वर्गों के लोग उनकी सभाओं में उन्हें सुनने पहुंच रहे हैं और उन्हें अपना आशीर्वाद दे रहे हैं। युवाओं के तो वे आईकॉन बन चुके हैं।