पटना: कांग्रेस पर हमला बोलते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा है कि लगातार मिल रही हार से कांग्रेस के नेताओं का मानसिक संतुलन हिल गया है. लंबे समय से घोटाला न कर पाने की कसक इनके बयानों में साफ़ दिखायी दे रही है. राहुल गाँधी के लोगों की संपत्ति का पता लगाने के बाद उसे बांट देने के बयान के बाद अब उनके राजनीतिक गुरु सैम पित्रोदा ने अमेरिका की तर्ज पर लोगों के मरने पर कम से कम उनकी आधी संपत्ति सरकार द्वारा ले लिए जाने की वकालत की है. इससे साफ़ है कि आम जनता की खून-पसीने से अरजी हुई कमाई के साथ-साथ कांग्रेस अब उनके पुरखों की संपत्ति पर भी कांग्रेस अपना पंजा मारने की फ़िराक में है. उन्होंने कहा कि मामला वायरल होने पर कॉन्ग्रेस के अन्य नेता अब इस मसले पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनके सर्वमान्य नेता राहुल गाँधी लगातार देश के लोगों के सम्पत्ति के सर्वे की बात कर रहे हैं. साथ ही कॉन्ग्रेस के घोषणा पत्र में भी इस तरह के सर्वे की बात की गई है. कांग्रेस नेताओं को बताना चाहिए कि क्या राहुल गाँधी झूठ बोल रहे हैं? वह बताएं कि क्या उनका घोषणा पत्र झूठ का पुलिंदा है?‘राहुल के इरादों को खतरनाक बताते हुए जदयू प्रवक्ता ने कहा कि यदि दुर्भाग्य से भी राहुल के वादे जमीन पर उतर गये तो देश का बेडा गर्क हो जाएगा. इससे न केवल समाज का आर्थिक तानाबाना छिन्न-भिन्न हो जाएगा बल्कि लोगों का आपसी भाईचारे की भी धज्जियां उड़ जायेंगी. ऐसा प्रतीत होता है कि राहुल के मन देश की जनता के प्रति बचा-खुचा प्रेम भी समाप्त हो गया है. कांग्रेस के बाद अब वह देश के टुकड़े-टुकड़े पर आमदा हो गये हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस व उनके सहयोगियों के घोटालों का इतिहास देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि इस कानून के जरिये भी वह देश का सबसे बड़ा घोटाला करने के मंसूबे पाल रहे हैं. इस बात की प्रबल संभावना है कि जिस तरह राजद के नेता बेनामी जमीन लिखवाते थे, उसी तरह इस कानून के जरिये कांग्रेस के नेता अपने नौकर-चाकरों के नाम पर आम जनता की संपत्ति हड़पना चाह रहे हैं. कहा कि राहुल को यह बताना चाहिए कि यदि वह सही में इस वादे को जमीन पर उतारना चाहते हैं तो सत्ता पाने का इंतजार क्यों कर रहे हैं? क्यों नहीं वह अपने साथी युवराजों के साथ अपने घर और अपनी संपत्ति बाँट कर इस कार्य की शुरुआत आज-कल में ही कर देते हैं.