झंझारपुर/पटना: आज झंझारपुर में आयोजित प्रेस वार्ता को बिहार सरकार की परिवहन मंत्री शीला मंडल व जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने संबोधित किया. इस मौके पर परिवहन मंत्री ने कहा कि नीतीश के समाजवादी शासन से पहले बिहार में कैसी अंधेरनगरी थी उसे लोग भूले नहीं हैं. तब जनता शाम ढले सड़कों पर निकलने से भी डरती थी, आज देर रात तक लोग अपने परिजनों के साथ घूमते नजर आते हैं. तब लोग बिजली के लिए तरसते थे और आज राज्य का कोना-कोना बिजली से जगमगा रहा है. उन्होंने कहा कि यह नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ही है जिसने गरीबों-पिछड़ों-अतिपिछड़ों के आरक्षण को तो बढ़ाया ही साथ-साथ आधी आबादी को भी पूरा हक़ दिया. शिक्षा विभाग में 50% अन्य सरकारी नौकरियों तथा पोस्टिंग में 35% के आरक्षण का अधिकार दिया. नीतीश सरकार के कारण महिलाओं को उनकी आधी आबादी के अनुरूप पंचायत और नगर निकायों के चुनावों में 50% आरक्षण मिल रहा है. जिसके कारण आज गांव-टोलों में भी महिलाएं कामयाबी के झंडे गाड़ रही हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने ही बिहार की लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए बिहार में इंटरमीडिएट पास अविवाहित लड़कियों को 25 हजार रुपये और स्नातक पास लड़कियों को 50 हजार रुपये दिए जाने का प्रावधान किया है. इसके अलावा मेडिकल, इंजीनियरिंग और प्रस्तावित स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में नामांकन के लिए भी में 33 प्रतिशत सीट लड़कियों के लिए आरक्षित कर दिया गया है. ऐसा करने वाला बिहार देश का पहला राज्य है. इस मौके पर राजद पर हमला बोलते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि उन्होंने कहा कि यह कोई सामान्य चुनाव नहीं बल्कि समाजवाद व परिवारवाद के बीच की लड़ाई है. इसमें एक तरफ प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार जैसे राष्ट्र व जनता का हित चाहने वाले नेता हैं वहीं दूसरी तरफ परिवार की जमींदारी बचाए रखने की इच्छा रखने वाले लोग हैं. उन्होंने कहा कि परिवारवादीयों के राज में जहां सिर्फ एक ख़ास परिवार और उनकी पालकी ढ़ोने वालों का विकास होता था वहीं नीतीश राज में पहली बार आम जनता के दरवाजे पर विकास पहुंचने लगा. यह नीतीश राज का समाजवादी मॉडल ही है जिसके कारण आज बिहार की 10.64 की विकास दर, देश के विकास दर से भी अधिक है. आज बिहार जहां देश के तेजी से बढ़ने वाले राज्यों में आज तीसरे नंबर पर पहुंच चुका है, वहीं देश दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बन चुकी है. आज जहां बिहार का बजट 10 गुणा अधिक हो चुका है, वहीं देश 4 ट्रिलियन की अर्थव्यस्था बन चुकी है. इस विकास की खासियत यह है कि इससे किसी ख़ास परिवार के बजाए आम लोगों को फायदा मिल रहा है. उन्होंने कहा कि राजद के युवराज पर आजकल कांग्रेस के युवराज का रंग चढ़ चुका है. जैसे राहुल गाँधी ने झूठ बोलने को राजनीति मानते हैं उसी राह पर तेजस्वी भी आगे बढ़ चुके हैं. इसीलिए वह 17 महीनों की रट लगाये और नीतीश सरकार के कामों का झूठा श्रेय लेते हुए घूम रहे हैं. सभी जानते हैं नीतीश जी के 7 निश्चयों के तहत दी गयी इन नौकरियों पर राजद के सत्ता में आने से पहले ही प्रारंभ हो चुका था. राजद को तो नीतीश कुमार का शुक्रगुजार होना चाहिए उन्होंने उनके नेताओं को फीता काटने और सर्टिफिकेट बांटने का मौका देकर पुरानी कालिख पोंछने का अवसर दिया. लेकिन जो लोग जनता के अहसानमंद नहीं है वह नीतीश जी के क्या होंगे? उन्होंने कहा कि राजद-कांग्रेस के लोग आरक्षण की भी बात करते हैं. उन्हें बताना चाहिए कि अपने राज में उन्होंने किस-किस को आरक्षण दिया या किसका आरक्षण बढाया? हकीकत में उनके राज में समाज के किसी वर्ग को न तो आरक्षण मिला और न ही किसी का आरक्षण बढाया गया.