Kaushlendra Pandey /बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव की बढ़ती लोकप्रियता और जनता का विश्वास, समर्थन तथा तीन चरणों के चुनाव में जनता के द्वारा अस्वीकार किये जाने के बाद भाजपा और एनडीए खेमे में जो बेचैनी और घबराहट है, उसी के फलस्वरुप 12 मई को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के पटना में रोड शो करने को मजबूर है। जहां पहले से ही बिहार की जनता प्रधानमंत्री के एयर से तंग आ चुके है वहीं अब रोड शो के माध्यम से आमजन को परेशानियों देना चाहते है, जबकि 17 महीने में श्री तेजस्वी प्रसाद यादव के उपमुख्यमंत्री रहते हुए महागठबंधन सरकार ने जो 5 लाख के करीब गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र देकर ऐतिहासिक कार्य किया है, उसके प्रति लोगों का विश्वास और समर्थन तेजस्वी जी के नेतृत्व के प्रति देखने को मिल रहा है और बिहार का हर नौजवान जॉब शो को पसंद कर रहा है, जनता से किए गए वादे और रोजगार के मामले पर भाजपा पूरी तरह से चुप है ,जबकि तेजस्वी जी ने बिहार की तरह केंद्र में इंडिया सरकार बनने पर 15 अगस्त 2024 को ही एक करोड़ नौजवानों को नौकरी देने के लिए 24 जन वचन में पहला वचन रोजगार का दिया है, इसी के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को मजबूरन पटना में मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए रोड शो करना पड़ रहा है ।एजाज ने भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के नेताओं से पूछा है कि जब-जब चुनाव आता है तब ही मोदी जी अपने भाषणों में वादे और भ्रम का जाल बिछा कर लोगों से वोट तो ले लेते है, लेकिन नौकरी, महंगाई, महिलाओं के सम्मान और गरीबों के प्रति न्याय की बात भूल क्यों जाते है 2014 और 2019 में जो वादे किए थे वह अब तक पूरे नहीं हुए हैं। जहां धर्म और भ्रम की बातें की जाती हैं, वहां पर भाजपा नौकरी और रोजगार की बातें क्यूं भूल जाते हैं। क्या एनडीए की डिक्शनरी में नौकरी और रोजगार के साथ नौजवानों के बेहतर भविष्य के प्रति कोई सोच नहीं है।