पटना: जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल अब राजद के रंग में पूरी तरह रंग चुके हैं. घोटाले के आरोप में जेल यात्रा करने के बाद अपनी एक महिला सांसद को अपने शीशमहल में बुरी तरह पिटवा कर अरविन्द केजरीवाल ने यह साबित कर दिया है कि वह पूरी तरह लालू परिवार के शिष्य बन चुके हैं. इंडी गठबंधन के अन्य दलों की तरह महिला सम्मान व सुरक्षा अब उनके लिए भी सिर्फ बोलने की चीज है. उन्होंने कहा कि एनडीए शासित राज्यों की छोटी-छोटी घटनाओं पर गला फाड़ कर चिल्लाने वाले राहुल-तेजस्वी जैसे नेताओं का स्वाति मालीवाल की घटना पर चुप रहना यह दिखाता है कि इनके मन में महिलाओं के प्रति कोई इज्जत ही नहीं है. वहीं अखिलेश यादव के लिए तो यह कोई मुद्दा ही नहीं है.बंगाल में हुई संदेशखाली की निर्मम घटना पर भी इन नेताओं के दो बोल नहीं फूटे थे और अब इस मुद्दे पर भी इन्होने मुंह में दही जमा लिया है. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि वास्तव में इंडी गठबंधन के निगाह में महिलाओं की प्रताड़ना कोई मायने नहीं रखती. इनके गठबंधन के हर दल के चेहरे पर इसकी कालिख पुती है. राजद राज में जहां आम जनता तो दूर बड़े अधिकारीयों की बहू-बेटियां भी सुरक्षित नहीं थी, वहीं कांग्रेस में तो राहुल-प्रियंका के दफ्तर में ही महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की खबरे आती रहती थी. हकीकत में इनके निगाह में महिलाएं अभी भी दोयम दर्जे की नागरिक है जिन्हें कोई अधिकार नहीं मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि वास्तव में इन दलों को महिला सम्मान के विषय में नीतीश कुमार से सीखना चाहिए. इन्हें देखना चाहिए कि कैसे नीतीश कुमार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए उनकी शिक्षा से नौकरी तक के व्यापक प्रबंध किये हैं. उन्हें जानना चाहिए कैसे आरक्षण के जरिये बिहार आधी आबादी को हक देने वाला पहला राज्य बना हुआ है. नीतीश जी जानते हैं कि महिलाएं पूजनीय होती हैं, विपक्ष को भी इस बात को समझ लेना चाहिए.