पटना: जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा है कि पांच चरणों के चुनाव में जनता के एनडीए के पक्ष में दिखे उत्साह ने विपक्ष के मनोबल को चकनाचूर कर दिया है. वह समझ गये हैं कि उनकी झूठ फरेब की राजनीति का लोगों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. जनता जानती है कि नमो-नीतीश का मतलब जहां विकास है वहीं राजद-कांग्रेस का मतलब विनाश है. उन्होंने कहा कि राजद-कांग्रेस की केंद्र सरकार के समय 2004-14 तक बिहार को 2 लाख 4 हजार करोड़ की राशि दी गयी, जिसमें से अधिकांश इनके घोटालों और कमिशनखोरी की भेंट चढ़ गये. वहीं नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद बिहार को 7 लाख करोड़ से अधिक यानी यूपीए काल से 3 गुणा ज्यादा की राशि प्रदान की गयी है. इसके अतिरिक्त मोदी सरकार ने 2015 में बिहार की आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए 1.25 लाख करोड़ का विशेष पैकेज भी दिया गया. 9500 करोड़ की लागत से बरौनी में एचयूआरएल का उर्वरक संयत्र की स्थापना की गयी. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि इसी तरह नीतीश कुमार ने प्रदेश से राजद-कांग्रेस के जंगलराज का खात्मा कर विकास की नयी धारा की शुरुआत की. यही वजह है कि 2004-05 की तुलना में राज्य का बजट दस गुणा अधिक हो चुका है. नीतीश की नीतियों से ही आज बिहार की 10.64 की विकास दर से देश का तीसरा सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य बना हुआ है. यह देश की विकास दर से भी तेज है. राजद-कांग्रेस के कुशासन में बिहार की प्रति व्यक्ति आय 14 हजार रु सालाना थी, वह नीतीश कुमार के सुशासन में बढ़कर 54 हजार से अधिक हो चुकी है. यदि राजद-कांग्रेस का जंगलराज नहीं होता तो यह 95 हजार से अधिक रहता. राजद-कांग्रेस पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल की आड़ में परिवार की कंपनियां बने राजद-कांग्रेस की निगाह में ऐसे विकास का कोई महत्व नहीं. उनके निगाह में उनके प्रमुख परिवारों की संपत्तियां बढ़ाना ही विकास है. उनके लिए भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार है. अपराधिक वातावरण ही शांति है और रंगदारी, अपहरण ही उद्योग हैं. इनका बस चले तो बिहार के सभी विकास कार्यों पर ताला लगा कर उसे फिर से लालटेन युग में पहुंचा दें. लेकिन जनता इनका खेल समझती है और इनका मंसूबा कभी कामयाब नहीं होने देगी.