पटना: तेजस्वी के बयान पर पलटवार करते हुए जदयू के प्रदेश सचिव सह मीडिया पैनलिस्ट मोहित प्रकाश ने आज कहा कि सोने के पालने पर खेलने वाले युवराज को आम जनता की भावनाओं का अंदाजा नहीं है. यह सही है कि बिहारी निडर होते हैं, लेकिन अपने बाल-बच्चों के भविष्य को लेकर उन्हें जंगलराज से आज भी डर लगता है. राजद के 15 वर्ष के शासन ने एक पूरी पीढ़ी का भविष्य डूबा दिया, आज वह पीढ़ी अपनी अगली पीढ़ी को उसी अंधकार में भेजना नहीं चाहती. मोहित नें कहा कि युवराज को जानना चाहिए कि राजद के जंगलराज में न जाने कितनी माताओं की गोदें सुनी हुई, अनेक बहनों के सुहाग उजाड़ दिए गये, रंगदारी और अपहरण के उद्योग बन जाने से व्यवसायी वर्ग चौबीसों घंटे भय के साए में जीता था. उन्हें पता होना चाहिए कि उस समय बिहार में दिन-दहाड़े हत्या होना मामूली खबर थी, अखबारों के पन्ने नरसंहारों की खबरों से भरे रहते थे. यहां तक कि किसानों की खड़ी फसलें जला दी जाती थी. तेजस्वी को बताना चाहिए कि वैसे माहौल से किसे डर नहीं लगेगा. मोहित प्रकाश ने कहा कि राजद के कुशासन से शांति और अहिंसा की धरती माने जाने वाला बिहार पूरे देश में हिंसा के लिए बदनाम हो गया. बिहारी शब्द को गाली की तरह प्रयोग किया जाता था. विकास के नाम पर भ्रष्टाचार होता था. पशुओं के चारे से लेकर अलकतरा तक लूट लिया जाता था. उन्होंने कहा कि तेजस्वी को जानना चाहिए कि बिहारी जंगलराज से डरते जरुर हैं, लें वैसी ताकतों से मुकाबला करना भी उन्हें बखूबी आता है. इसीलिए नीतीश कुमार के नेतृत्व में जनता ने उनके शासन को उखाड़ फेंका. आगे भी बिहार उन्हें सत्ता में नहीं आने देगा. इसलिए बेहतर होगा कि वह मछली, मटन और केक खाने पर ज्यादा ध्यान लगायें.