पटना: तेजस्वी पर हमला बोलते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा है कि हमारे बार-बार आग्रह करने पर भी राजद के युवराज गरीब बिहारियों की हड़पी जमीनों को लौटाने के विषय पर एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं. यह दिखाता है कि जमीनों के लोभ में उन्होंने नैतिकता और ईमानदारी को ताक पर रख दिया है. अपने भाषणों में वह बिहारियों का हमदर्द बनने का सिर्फ दिखावा करते हैं. मौका मिलने पर वह भ्रष्टाचार और घोटालों में लालू जी को भी पीछे छोड़ने से बाज नहीं आएंगे.उन्होंने कहा कि हकीकत में राजद-कांग्रेस जैसे वंशवादी दलों का आधार ही भ्रष्टाचार पर टिका हुआ है. इनके लिए पैसा ही सब कुछ है. जनता को लूटना-खसोटना ही इनके लिए राजनीति है. इन जैसे दलों के युवराजों को शुरुआत से ही घोटालों की ट्रेनिंग मिलती है जिसे मौका मिलते ही यह भुनाने लगते हैं. जो जनता इनपर भरोसा कर के इन्हें वोट देती है यह लोग सत्ता पाते ही सबसे पहले उन्हीं की पीठ में छूरा घोंपते हैं. वास्तव में तेजस्वी भी इससे अलग कुछ और नहीं कर सकते.जदयू प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी जमीन के बदले नौकरी घोटाले में हमेशा अपने नाबालिग होने की दलील देते थे. लेकिन उन्हीं जमीनों को लौटाने के विषय पर उनका मौन यह बताता है कि उनके बाकी बयानों की तरह यह दलील भी झूठी है. उनकी चुप्पी साफ़ बताती है कि सब कुछ उनके जानते समझते और सहमती से हुआ है. इसीलिए यह आज भी उन जमीनों पर दावा छोड़ना नहीं चाहते. तेजस्वी को अब तक समझ लेना चाहिए था कि बिहार की जनता घोटालेबाजों को पसंद नहीं करती. इसीलिए उनकी पार्टी लगातार हर चुनाव हार रही है. वह जान लें कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी हालत और खस्ता होने वाली है.