पटना: जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा है कि अपने राज में बिहार के युवाओं के हाथों में कलम की कट्टा थमवा देने वाली राजद के युवराज का नीतीश सरकार की नौकरियों पर लगातार झूठ बोल रहे हैं. गरीबों से उनकी जमीनें लिखवा कर चौथे दर्जे की नौकरी देने वाले युवराज को यह तक नहीं पता कि शिक्षकों की बहाली के फाइल पर उनके मंत्री के दस्तखत तक नहीं हैं. हकीकत में इन्हें खोखली बयानबाजी के अतिरिक्त कुछ आता-जाता नहीं, केवल अपने माता-पिता के शासनकाल की कालिख पोछने के लिए यह नीतीश सरकार के कामों का श्रेय लेने का प्रयास कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि राजद का इतिहास गवाह है इनके राज में युवा नहीं बल्कि अपराधी फले-फूले हैं. अपने कुशासन से इन्होने रंगदारी और अपहरण को उद्योग जैसा बना दिया था. बिहार के युवाओं के हाथों में इन्होने किताबों की जगह कट्टा थमा दिया था. ज्ञान की भूमि कहे जाने वाला बिहार इनके जंगलराज में अपराधियों का स्टार्ट अप हब बन गया था. आज भी यदि इन्हें मौका मिले तो यह फिर से अपराध की यूनिवर्सिटी बना कर युवाओं को लूट-खसोट की ट्रेनिंग देने लगेंगे.जदयू प्रवक्ता ने कहा कि इसके अलावा घोटाला और भ्रष्टाचार इनके दूसरे प्रमुख सेक्टर हैं, जिनपर इनका खुद का कॉपीराइट है. अलकतरा से लेकर चारा तक डकार जाने वाली इस पार्टी के युवराज खुद नाबालिग रहते हुए ही इन विषयों में पीएचडी कर चुके हैं. मौका मिलने पर यह नौकरी करने वाले बिहार के युवाओं को भी इसकी ट्रेनिंग देकर अपने भ्रष्टाचार का हिस्सेदार बना सकते हैं. हकीकत में जंगलराज के युवराज जानते हैं कि बिहार की जनता उनकी पार्टी की असलियत जानती है और दोबारा उन्हें चुनने की गलती नहीं करने वाली. इसीलिए कभी वह नीतीश सरकार के कामों का सेहरा अपने माथे बांधने लगते हैं तो कभी नौकरियों की बात कर के युवाओं को झांसा देने लगते हैं. उन्हें समझ जाना चाहिए कि जनता उनका खेल जानती है. उनके बहकावे में कोई नहीं आने वाला.