Kaushlendra Pandey /झामुमो जिला संयुक्त सचिव सूरज झा के नेतृत्व में जसीडीह के बदलाडीह में संथाल विद्रोह के अमर नायक सिदो कान्हू को हूल दिवस के मौके पर स्मरण किया गया। इस दौरान दोनों महान विभूतियों की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।मौके पर झामुमो जिला संयुक्त सचिव सूरज ने कहा कि अपनी अस्मिता की रक्षा के साथ अन्याय के खिलाफ ऐतिहासिक युद्ध करने वाले सिद्धों, कान्हू,चांद भैरव तथा फूलो झानो जैसे वीर और वीरांगनाओं के बलिदान की अमर गाथाऐं स्वर्णाक्षरों में अंकित है। उन क्रांतिकारियों के आदर्श,हम सभी देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणास्रोत बने रहेंगें। आजादी के प्रथम आंदोलन 1857 के ठीक दो वर्ष पूर्व 1855 में भोगनाडीह में 400 गांव के करीब पचास हजार आदिवासियों ने ब्रिटीस हुकुमत के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल फूंका और चिंगारी भड़का दिया। इस आंदोलन ने अंग्रेजी शासन की नींव हिला दी और उन्हें घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि आज झारखंड में एक और हूल का उलगुलान की जरुरत है जिसका नेतृत्व हेमंत सोरेन करने जा रहे हैं। मौके पर श्री सिंह, सरोज सिंह, रौशन सिंह, अनिता टुडू, सीता मुर्मू आदि मौजूद थे।