डॉ. संजीव सिंह की रिपोर्ट /*स्वदेशी कल आज और कल** स्वदेशी जागरण मंच एवं स्वावलंबी भारत अभियान के द्वारा इंडिया इंटरनेशनल सेंटर नई दिल्ली में स्वदेशी संगम का आयोजन किया गया जिसका विषय था स्वदेशी कल आज और कल, जब भारत सरकार एवं सभी राज्य सरकार एवं सभी समाज के प्रगतिशील लोग भारत को विकसित बनाना चाहते हैं ऐसे में स्वदेशी ही एकमात्र स्थाई और टिकाऊ हथियार है कोई भी देश और समाज अपने ही अस्त्र और अपने ही तंत्र पर टिकाऊ विकास कर सकता है राष्ट्र ऋषि दत्तोपंत ठेंगड़ी जी ने स्वदेशी जागरण मंच की स्थापना इसी व्यवस्था के लिए किया कि विकसित भारत को बनाने के लिए विकसित नीति स्वयं भारतीयों को ही बनाना तभी हमारा विकास टिकाऊ होगा और हम विश्व गुरु की ओर अग्रसर हो सकते हैं और विश्व गुरु के लिए स्वदेशी ही उसका मूल मंत्र है भारत की आजादी में स्वदेशी से ही हम यूनाइटेड किंगडम को पराजित कर पाए थे भारतीय चिंतक स्वामी विवेकानंद स्वामी दयानंद सरस्वती अरविंद घोष महात्मा गांधी सभी ने स्वदेशी को अपना मूल मंत्र माना.