पटना, 19 सितंबर। बिहार के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री सह भाजपा के मुख्य प्रवक्ता जनक राम ने नवादा जिले में दलित बस्ती में हुई आगजनी की घटना को दुखद बताते हुए इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह घटना मानवता और सामाजिक सद्भाव पर गंभीर हमला है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से दलित समुदाय को इस अमानवीय कृत्य का शिकार बनाया गया है, वह न केवल समाज की नैतिकता पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि हमारे संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों के खिलाफ भी है।मंत्री जनक राम ने कहा कि हमारा देश और संविधान सभी नागरिकों को समानता, सम्मान और सुरक्षा प्रदान करता है, और इस घटना ने इन मूल्यों को ठेस पहुँचाई है। दलित समुदाय के साथ इस प्रकार का अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इस मामले के दोषियों को कानून के अनुसार कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस घटना को अत्यंत गंभीरता से लिया है और तुरंत एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की है। उन्होंने प्रशासन और वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस मामले की विस्तृत और निष्पक्ष जांच की जाए। उनकी त्वरित कार्रवाई के तहत अधिकारियों ने दोषियों की पहचान कर कई गिरफ्तारियां की गई हैं। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि इस घृणित अपराध में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कानून के अनुसार कड़ी सजा दी जाएगी।साथ ही, पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता और मुआवजा प्रदान किया जा रहा है, ताकि वे इस कठिन समय से उभर सकें। मंत्री जनक राम ने कहा कि मुख्यमंत्री जहां दोषियों पर कारवाई की बात कर रहे वहीं राहुल गांधी और विपक्ष द्वारा इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह की घटनाओं पर राजनीतिक लाभ उठाने के बजाय, सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर इस कृत्य की निंदा करनी चाहिए और दोषियों को सजा दिलाने में सरकार का साथ देना चाहिए।यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि समाज के हित में एकजुट होकर काम करने का है। उन्होंने विपक्ष से अपील करते हुए कहा कि वे इस मामले पर राजनीति करने से बचें और इस दुखद घटना को लेकर समाज में और अधिक तनाव न पैदा करें। दलित समुदाय की सुरक्षा और सम्मान सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है, और इसे राजनीतिक मुद्दा बनाना पीड़ितों के साथ अन्याय है।नवादा की जनता से भी मंत्री जनक राम ने अपील की है। उन्होंने कहा कि नवादा की जनता शांति और संयम बनाए रखें और प्रशासन के साथ सहयोग करें ताकि सामाजिक सौहार्द को बनाए रखा जा सके। हमें एकजुट होकर ऐसे असामाजिक तत्वों को रोकने की दिशा में काम करना होगा।