पटना, १ अक्टूबर। विश्व वृद्धजन दिवस पर, अभिलाषा ज्योति फ़ाउंडेशन और बिहार पेंशनर समाज के संयुक्त तत्त्वावधान में मंगलवार को, पाटलिपुत्र स्थित पेंशनर भवन में “वृद्धजन सम्मान समारोह” का आयोजन किया गया। इस अवसर पर फ़ाउंडेशन की ओर से ९३ वर्षीय सुविख्यात विद्वान और बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के प्रधानमंत्री डा शिववंश पाण्डेय, पेंशनर समाज के ९१ वर्षीय सचिव और बिहार के पूर्व अभियंता-प्रमुख रवि शंकर सहाय तथा सैंट जोसेफ कॉन्वेंट की अवकाश प्राप्त शिक्षिका मिस मैरी कुरियाकोस को सम्मानित किया गया।
समारोह का उद्घाटन बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ, सुप्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ तथा पेंशनर समाज के अध्यक्ष डा जीतेन्द्र कुमार सिंह और श्यामजी सहाय ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
अपने संबोधन में डा अनिल सुलभ ने कहा कि वृद्धावस्था स्वयं में एक रोग और रोगों का घर होता है। किन्तु अपने विचारों, दृष्टि एवं चिन्तन में थोड़ा परिवर्तन कर शेष जीवन को आनन्दमय और कल्याणकारी बनाया जा सकता है। शरीर पर मन का गहरा प्रभाव पड़ता है। अपेक्षाओं और कामनाओं का त्याग कर अपने जीवन के शेष समय को आनन्दमय बनाया जा सकता है। यह मान लेना कि जीवन में जो कुछ भी घटित होता है, वह परमात्मा की इच्छा से होता है, और परमात्मा केवल और केवल उचित और अच्छा ही करते हैं, मन को शांति और आनन्द प्रदायक हो सकता है।
इस अवसर पर बिहार सरकार में विशेष सचिव रहे विद्वान डा उपेन्द्रनाथ पाण्डेय, अरुण कुमार अग्रवाल, मानो-चिकित्सक डा सौरभ कुमार, प्रो अनिल कुमार प्रसाद , अशोक पाण्डेय, डा अन्नपूर्णा श्रीवास्तव, वरिष्ठ रंगकर्मी विपिन बिहारी सिन्हा, छोटे लाल गुप्ता आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। अतिथियों का स्वागत फ़ाउंडेशन के सचिव आनन्द बिहारी प्रसाद ने तथा मंच का संचालन शिवानी गौड़ ने किया।
इस अवसर पर डा पूनम आनन्द, मीरा श्रीवास्तव, डा मीना कुमारी परिहार, इन्दु उपाध्याय, ऋचा वर्मा, डा प्रेम प्रकाश, डा मनोज गोवर्द्धनपुरी, डा नवल किशोर शर्मा, मधु रानी लाल, ज्योत्सना आदि ने विविध सत्रों में अपनी प्रतिभागिता दी।