नई दिल्ली। 43वें विश्व व्यापार मेले में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा समर्थित सरस आजीविका मेला का आयोजन भारत मंडपम के हॉल नंबर– 9 और 10 में किया गया है। सरस आजीविका मेला में 10 से 20 प्रतिशत तक की भारी छूट के कारण जमकर खरीदारी हुई। सरस पवेलियन में 20 प्रतिशत तक की बंपर डिस्कॉउंट के कारण सभी स्टॉलों पर बंपर खरीदारी हुई। गोवा की नव दुर्गा स्वयं सहायता समूह की निशा विष्णुदास गावकर बताती हैं कि वह अपने स्टॉल नंबर 127 पर विभिन्न प्रकार के काजू, बनाना चिप्स, कोकम, गरम मशाले आदि लेकर आई हुई हैं, जिसकी भरपूर बिक्री हो रही है। निशा ने बताया कि उनके स्टॉल पर सॉल्टेड काजू, रोस्टेड काजू, छिलके वाले काजू की जममकर खरीदारी हो रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक लगभग पांच सौ किलो काजू की बिक्री हो चुकी है। उनके यहां दो सौ से 360 रुपये तक के सामान हैं। उनका कहना है कि दिल्ली वालों को छिलके वाले काजू ज्यादा पसंद हैं इसकी बिक्री भी अधिक हुई है। वहीं, केरला के श्री स्वयं सहायता समूह के प्रमिला और भुवनेश्वरी बताती हैं कि उनके स्टॉल नंबर तीन पर केरला साड़ी, ड्रेस मेटेरियल, लुंगी, धोती, टूपिस साड़ी, लहंगा समेत तामाम आयटम हैं। उनके यहां पांच सौ से लेकर पचपन सौ रुपये तक के सामान हैं। इसके साथ ही तमिलनाडु का कंगन भी महिलाओं को सरस में काफी आकर्षित कर रहा है। गोल्डेन कंगन महिलाओं को ऐसे लुभा रहा कि बिना खरीदे रहा नहीं जा रहा।
ज्ञात हो कि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा समर्थित सरस आजीविका मेला 2024 का आयोजन भारत मंडपम में 43वें विश्व व्यापार मेले में किया गया है। 14 नवंबर से 27 नवंबर तक चलने वाले इस उत्सव में 31 राज्यों की 300 से अधिक महिला शिल्प कलाकार, 150 से अधिक स्टॉलों पर अपनी-अपनी उत्कृष्ट प्रदर्शनी का प्रदर्शन व बिक्री कर रही हैं। सरस आजीविका मेला भारत मंडपम के हॉल नंबर– 9 और 10 में लगाया गया है। सरस आजीविका मेला के दौरान देश भर के 31 राज्यों के हजारों उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री हो रही है।