पटना/ 3 दिसंबर 2024: जेडीयू के नीरज कुमार,अंजुम आरा और निहोरा यादव ने संयुक्त रूप से ने प्रेस वार्ता के दौरान बिहार में औद्योगिक विकास पर सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए विपक्ष, खासकर तेजस्वी यादव और राजद पर तीखा हमला बोला। मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने तो तेजस्वी यादव के क्रिकेट खेलने पर ही सवाल उठा दिया. उन्होंने कहा कि बिहार औद्योगिक विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है, और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य ने सीमेंट, इथेनॉल, खाद्य प्रसंस्करण, वस्त्र उद्योग, चमड़ा उद्योग और ऑक्सीजन प्लांट जैसे क्षेत्रों में व्यापक प्रगति की है। तेजस्वी यादव के ‘सुई की फैक्ट्री’ वाले बयान को खारिज करते हुए पूछा कि 1990 से 2005 तक के राजद शासनकाल में कितने उद्योग स्थापित हुए। उन्होंने कहा कि जो लोग सवाल उठाते हैं, उन्हें पहले अपने शासन के दौरान की उपलब्धियों का हिसाब देना चाहिए।उन्होंने बताया कि राज्य सरकार अनुसूचित जाति, जनजाति, अति पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्गों के साथ युवाओं के लिए कई उद्यमी योजनाएं चला रही है। बिहार स्टार्टअप नीति 2022 में किए गए बदलावों के जरिए युवाओं को वित्तीय सहायता, फंडिंग और उद्योग स्थापित करने में मदद दी जा रही है। इसके साथ ही इथेनॉल उत्पादन नीति 2021 के तहत राज्य में नौ इकाइयों को प्रोत्साहन दिया गया है।
राजीव रंजन ने यह भी कहा कि पिछले 19 वर्षों में राज्य में आधारभूत संरचना, बिजली की उपलब्धता और बेहतर औद्योगिक नीति ने निवेशकों को आकर्षित किया है। इसके परिणामस्वरूप कई बड़े औद्योगिक घरानों ने अपने उद्योग स्थापित किए हैं। साथ ही, बंद पड़ी चीनी मिलों, जूट मिलों, पेपर मिलों और सीमेंट उद्योगों को पुनर्जीवित किया गया है।
जाति आधारित गणना के आधार पर राज्य सरकार ने 94 लाख परिवारों के एक-एक सदस्य को लघु उद्यमी योजना के तहत रोजगार के साधन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। इस योजना में ऑनलाइन आवेदन और कंप्यूटरीकृत चयन प्रक्रिया सुनिश्चित की गई है। योजना के तहत लाभार्थियों को तीन किश्तों में अधिकतम दो लाख रुपये दिए जाएंगे, जिसमें हर वर्ग को समान अवसर मिलेगा।प्रवक्ताओं ने कहा कि सरकार की ये योजनाएं न केवल रोजगार के अवसरों को बढ़ा रही हैं बल्कि बिहार को औद्योगिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में भी अहम भूमिका निभा रही हैं।