बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना कलेक्ट्रेट के नए पांच मंजिला भवन का उद्घाटन किया। 153.53 करोड़ की लागत से बने इस अत्याधुनिक भवन में अब 39 विभाग एक ही छत के नीचे काम करेंगे। गंगा किनारे स्थित यह भव्य भवन न केवल आकर्षक है, बल्कि भूकंप रोधी, ऊर्जा संरक्षण प्रणाली और आधुनिक सुरक्षा तंत्र से भी सुसज्जित है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना कलेक्ट्रेट के नए भवन का उद्घाटन किया। 153.53 करोड़ रुपये की लागत से बने इस भवन का निर्माण 14 मई 2022 को शुरू हुआ था और यह करीब ढाई साल में तैयार हुआ। कार्यक्रम में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा और भवन निर्माण मंत्री जयंत राज भी शामिल हुए।इस पांच मंजिला भवन में अब 39 विभागों का संचालन होगा, जिससे लोगों को अलग-अलग जगहों पर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पिछले कई वर्षों से डीएम कार्यालय हिंदी भवन में चल रहा था, लेकिन अब सभी सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी।पुराने डच कालीन कलेक्ट्रेट भवन के आठ पिलरों को संरक्षित किया गया है, ताकि इसकी ऐतिहासिक धरोहर को नई पीढ़ी तक पहुंचाया जा सके।भवन की विशेषताएं:भव्य और आधुनिक डिजाइन: गंगा किनारे स्थित इस भवन का लुक बेहद आकर्षक है।
भूकंप रोधी संरचना: भवन को भूकंप रोधी तकनीक से तैयार किया गया है।सुरक्षा और सुविधा:225 सीसीटीवी कैमरे,अत्याधुनिक अग्नि सुरक्षा तंत्रप्रवेश-निकास कंट्रोल और पब्लिक एड्रेस सिस्टम,आपातकालीन स्थिति के लिए व्यवस्थित निकास,ऊर्जा संरक्षण: सोलर पैनल और रेनवाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्थापार्किंग: अंडरग्राउंड और ओपन पार्किंग की सुविधा, 445 वाहनों की क्षमता.भवन में तीन कॉन्फ्रेंस हॉल बनाए गए हैं, जिनमें 200, 80, और 40 लोगों के बैठने की क्षमता है। इसके अलावा कैंटीन और बैंक की सुविधा भी उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि यह भवन बिहार की आधुनिक प्रशासनिक संरचना का एक उदाहरण है। इससे प्रशासनिक कार्यों में तेजी आएगी और जनता को बेहतर सेवाएं मिलेंगी।