पटना, २२ दिसम्बर। नन्हें-मुन्हे बच्चे गीतों की धुन पर मधुर मुस्कान के साथ थिरकते नज़र आए तो अभिभावकों की बाँछे खिल उठी। अपने नौनिहालों को नाचते-गाते देख कर सबकी आँखों में ख़ुशी के आँसू भर आए। अवसर था बेउर स्थित पाटलिपुत्र विद्यापीठ के १७वें वार्षिकोत्सव का, जिसका उद्घाटन पटना उच्च न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रसाद ने मंगलदीप प्रज्ज्वलित कर किया।
यह सांस्कृतिक-उत्सव लोक-कोकिला शारदा सिन्हा को समर्पित किया गया था।शनिवार की संध्या को गणेश-वंदना पर समूह-नृत्य से आरंभ हुई सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की जल-धारा सरस्वती-वंदना, ईश-वंदना, मातृ-वंदना,इतनी सी हँसी, और ‘शारदा सिन्हा’ की स्मृतियों से बहती हुई, ‘नवरस’ ,दादा-दादी , भारत के त्योहार, स्वपनद्रष्टा तथा लोक-नृत्य झिंझिया को स्पर्श करती टोकियो ओलंपिक और प्रभु ईसा मसीह के जिंगल बेल पर संपन्न हुई। छात्र-छात्राओं ने नृत्य-संगीत के १६ कार्यक्रम प्रस्तुत किए। प्रस्तुत करने वाले बच्चों में उत्तर उत्तरायण, कृत्यादित्य, मिताली, दीपाली, नूतन, तुलसी, अंशिका, प्रदीप, धैर्य, विकास, शरण्या, अनिकेत, प्रतीक, ऐश्वर्या, राधा, वैशनवी, आद्रिका, दीपिका, सुदीप्ति, अदिति, शौर्य, संस्कृति, आयुष, शास्वत, रचित आदि के नाम शामिल हैं।इस अवसर पर, सुप्रसिद्ध गायक पं रजनीश, विद्यापीठ की उपाध्यक्ष किरण झा, सचिव आकाश कुमार, प्राचार्या मेनका झा, उपप्राचार्या आशा गुप्ता, अधिवक्ता अहसास मणिकान्त, कुंदन झा, शिवम् कुमार प्रीति, रवि, दिलीप, सुमन, आकांक्षा दीप्ति, मोनी समेत प्रबंधन समिति के अधिकारीगण, शिक्षक-शिक्षिकाएं और बड़ी संख्या में अभिभावक उपस्थित थे। आर्यन और नैन्सी ने कार्यक्रम का संचालन किया।